
पनडुब्बी में भोजन की व्यवस्था बेहद खास होती है क्योंकि चालक दल लंबे समय तक पानी के अंदर रहता है और बाहरी सप्लाई पर निर्भर नहीं रह सकता। इसलिए, मिशन शुरू होने से पहले ही सतह पर पूरी योजना बनाई जाती है और आवश्यक सभी खाद्य सामग्री को इकट्ठा कर लिया जाता है। इसमें ताजा फल, सब्जियां, मांस, समुद्री भोजन के साथ-साथ जमे हुए और डिब्बाबंद भोजन भी शामिल होते हैं। शुरुआती दो हफ्तों तक ताजा भोजन पर निर्भरता रहती है, उसके बाद चालक दल डिब्बाबंद और सूखे खाद्य पदार्थों का सेवन करता है।
पनडुब्बी में एक छोटी लेकिन पूरी तरह से सुसज्जित रसोई (गैली) होती है, जहां सीमित संसाधनों के बावजूद दिन में दो से तीन बार ताजा भोजन तैयार किया जाता है। इसमें ओवन भी होते हैं, जिनमें ब्रेड सेकना या जमे हुए पिज्जा को गर्म करना संभव होता है। एक समर्पित रसोई टीम पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन बनाने का ध्यान रखती है, जिससे चालक दल को सिर्फ पैक किए हुए भोजन नहीं बल्कि ताजा पकाया हुआ भोजन भी मिल सके। पनडुब्बी में भोजन की व्यवस्था बहुत सटीक होती है, और दिन में चार बार भोजन परोसा जाता है, जिसमें मध्यरात्रि का खाना भी शामिल है।

