
ED की बड़ी कार्रवाई: फर्जी बैंक गारंटी मामले में रिलायंस पावर के CFO अशोक कुमार पाल गिरफ्तार
रिलायंस पावर से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) अशोक कुमार पाल को फर्जी बैंक गारंटी घोटाले के मामले में गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को शेयर बाजार में रिलायंस पावर के स्टॉक्स में जबरदस्त उछाल देखा गया था — शेयर 13% तक चढ़े थे। इसी बीच शुक्रवार देर रात ईडी ने दिल्ली स्थित कार्यालय में लंबी पूछताछ के बाद अशोक पाल को हिरासत में लिया।
68.2 करोड़ के घोटाले में गिरफ्तारी
ईडी सूत्रों के अनुसार, अशोक पाल पर 68.2 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी घोटाले में शामिल होने का आरोप है। यह गिरफ्तारी साल 2024 में दर्ज एक एफआईआर के आधार पर हुई है, जिसमें सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) को धोखाधड़ी से बैंक गारंटी देने की बात सामने आई थी।
इन फर्जी गारंटियों का इस्तेमाल अनिल अंबानी की दो कंपनियों — रिलायंस न्यू बीईएसएस लिमिटेड और महाराष्ट्र एनर्जी जेनरेशन लिमिटेड — के नाम पर किया गया था।
अशोक पाल की पृष्ठभूमि
अशोक कुमार पाल पिछले 7 वर्षों से रिलायंस पावर के साथ जुड़े हुए हैं और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। उन्हें अनिल अंबानी का करीबी सहयोगी माना जाता है।
ED जांच में क्या सामने आया?
ईडी की जांच में सामने आया है कि इस घोटाले में ओडिशा की कंपनी बिस्वाल ट्रेडलिंक की भूमिका अहम रही है। आरोप है कि कंपनी के डायरेक्टर पार्थ सारथी बिस्वाल ने फर्जी गारंटी तैयार करने के लिए 8% कमीशन लिया था। बिस्वाल को अगस्त 2025 में ईडी ने गिरफ्तार किया था।
इसके अलावा, जांच में पता चला है कि अशोक पाल ने करोड़ों रुपये के फर्जी ट्रांसपोर्ट बिलों के जरिए भुगतान करवाया और इन्हें व्हाट्सऐप व टेलीग्राम जैसे मैसेजिंग ऐप्स के जरिए अप्रूव किया, ताकि कोई ऑफिसियल रिकॉर्ड न बन सके।
शेयरों में जबरदस्त उछाल
दिलचस्प बात यह है कि इसी दिन कंपनी के शेयरों में बड़ा उछाल देखने को मिला।
- 9 अक्टूबर 2020 को जहां शेयर की कीमत ₹2.75 थी,
- वहीं 10 अक्टूबर 2025 को यह बढ़कर ₹50.70 पर पहुंच गई।
पिछले 5 वर्षों में कंपनी के स्टॉक्स में करीब 1670% की वृद्धि दर्ज की गई है।