
हर साल लाखों भारतीय छात्र विदेशों में उच्च शिक्षा के लिए जाते हैं, लेकिन पाकिस्तान में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या बेहद कम है। पाकिस्तान खासकर मेडिकल और ह्यूमैनिटीज जैसे कोर्स में भारतीय छात्रों को आकर्षित करता है, क्योंकि वहां की फीस और खर्च पश्चिमी देशों की तुलना में काफी कम होता है। हालांकि, भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, पाकिस्तान में हर साल केवल कुछ सौ से भी कम भारतीय छात्र ही दाखिला लेते हैं, जो कुल विदेश पढ़ाई करने वाले छात्रों की संख्या के मुकाबले बहुत कम है। पाकिस्तान में मेडिकल कोर्सेज जैसे एमबीबीएस, बीडीएस और फार्मेसी सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं, वहीं कुछ छात्र ह्यूमैनिटीज और इस्लामिक स्टडीज में भी दाखिला लेते हैं। हालांकि, वीजा और सुरक्षा संबंधी चुनौतियां, साथ ही राजनीतिक तनाव की वजह से छात्रों को वहां पढ़ाई करने में कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है। कुल मिलाकर, भारत से पाकिस्तान पढ़ाई के लिए जाने वाले छात्रों की संख्या हर साल बहुत सीमित ही रहती है।