जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लगती है तो रक्त वाहिकाओं में जमा हो जाती है. हार्ट तक पहुंचने वाले ब्लड सर्कुलेशन को बाधित कर देती है. एनजाइना और कोरोनरी आर्टरी डिजीज होने का खतरा बढ़ता है
High Cholesterol: हाई कोलेस्ट्रॉल सेहत के लिए खतरनाक माना जाता है. इसके कई गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं. कोलेस्ट्रॉल मोम की तरह एक पदार्थ होता है. शरीर को कई काम करने के लिए इसकी जरूरत होती है. जब तक इसका लेवल सही रहता है, तब तक तो कोई दिक्कत नहीं होती लेकिन जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने लगती है तो दिक्कतें शुरू हो जाती हैं. ये रक्त वाहिकाओं में जमा हो जाती है. सीने में दर्द और कोरोनरी आर्टरी डिजीज होने का खतरा बढ़ता है. हालांकि, हाई कोलेस्ट्रॉल सिर्फ हार्ट के लिए ही नहीं कई तरह से शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है. इससे कुछ गंभीर बीमारियों का खतरा भी रहता है…
कोलेस्ट्रॉल क्यों बढ़ता है
लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी
गर्भनिरोधक गोलियों या यूरीन से जुड़ी दवाईयों का सेवन
बीटा-ब्लॉकर्स और डिप्रेशन के लिए ली जाने वाली दवाईयां
फैमिली हिस्ट्री
हाई कोलेस्ट्रॉल के खतरे
1. हार्ट के लिए रिस्की
शरीर की हार्मोन-उत्पादक ग्रंथियां एस्ट्रोजेन, टेस्टोस्टेरोन और कोर्टिसोल हार्मोन बनाने के लिए कोलेस्ट्रॉल का इस्तेमाल करती हैं. रिसर्च में पता चला है कि महिलाओं में पीरियड आना बंद होने यानी मोनोपॉज एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ सकता है. यही कारण है कि उनमें हार्ट डिजीज का जोखिम बढ़ जाता है.
2. स्ट्रोक और मस्तिष्क से जुड़ी बीमारी
हमारे शरीर में मौजूद कुल कोलेस्ट्रॉल का 25 प्रतिशत हिस्सा मस्तिष्क में होता है. यह वसा तंत्रिका कोशिकाओं के विकास और सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी होता है. हालांकि, धमनियों में एक्स्ट्रा कोलेस्ट्रॉल, स्ट्रोक का कारण भी बन सकता है. ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित कर मस्तिष्क के हिस्सों को नुकसान भी पहुंचा सकता है. इससे मेमोरी की समस्या, निगलने और बोलने में कठिनाई और कई समस्याएं हो सकती हैं.
3. पाचन तंत्र पर निगेटिव असर
पाचन तंत्र में पित्त के उत्पादन के लिए कोलेस्ट्रॉल की आवश्यकता होती है. लेकिन अगर पित्त में बहुत ज्यादा मात्रा में कोलेस्ट्रॉल हो जाता है तो यह क्रिस्टल में बदलने लगता है, जिससे पित्ताशय (Gall Bladder) में पथरी बनने का रिस्क रहता है. यह काफी तेजी से भी बढ़ती है. इसलिए सावधानी रखने की आवश्यकता होती है.