Jharkhand News: झारखंड सीएम कार्यालय की ओर से सोमवार देर रात ईडी को एक आधिकारिक पत्र भेजा गया. इसमें ईडी को बताया गया कि हेमंत सोरेन 31 जनवरी को पेश होंगे. चर्चा है कि उनकी गिरफ्तारी हो सकती है.
Hemant Soren Latest News: प्रवर्तन निदेशालय के नोटिस के बाद ‘गायब’ रहे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पता चल गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, वह रांची में हैं. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि सोरेन 29 जनवरी की रात को ही रांची पहुंच गए थे.
CM आवास में हेमंत सोरेन के सत्ताधारी गठबंधन के विधायकों के साथ बैठक की भी खबर है. हेमंत सोरेन सोमवार (29 जनवरी) को ‘लापता’ थे. ईडी की टीम उन्हें तलाशते हुए दिल्ली तक पहुंची, लेकिन उनका कुछ भी पता नहीं चल सका था.
हेमंत के खिलाफ क्या हैं आरोप?
इस बीच सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर क्यों ईडी हेमंत सोरेन के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. झारखंड मुक्ति मोर्चा और हेमंत सोरेन जहां इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई बता रहे हैं तो बीजेपी इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती बता रही है. फिलहाल ईडी जिस मामले में हेमंत सोरेन पर कार्रवाई कर रही है, वह जमीन और खनन घोटाला से जुड़ा है. सोरेन को इसी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 50 के तहत जांच के संबंध में 10 समन जारी किए गए.
जांच एजेंसी दो प्रमुख मामलों की जांच कर रही है, जिसमें राज्य की राजधानी में अवैध खनन और जमीन घोटाला शामिल है. जमीन घोटाले का मामला सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़ा हुआ है. फर्जी नाम-पता के आधार पर झारखंड में सेना की जमीन की खरीद-फरोख्त हुई. इस सिलसिले में रांची नगर निगम ने एफआईआर दर्ज करवाई थी. ईडी ने उसी एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन मामले की सूचना रिपोर्ट (ECIR) दर्ज करके जांच शुरू की थी. इसके अलावा ईडी 2022 से राज्य में अवैध खनन से हुई आय के 100 करोड़ रुपये की जांच कर रही है.
अब तक क्या हुआ?
जमीन घोटाला मामले में एक आईएएस अधिकारी और दो व्यापारियों सहित 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 2011 बैच के आईएएस अधिकारी छवि रंजन इस मामले में ईडी की गिरफ्त में हैं. रंजन राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थे. ईडी ने इसी महीने अवैध खनन की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत सोरेन के प्रेस सलाहकार, साहिबगंज जिले के अधिकारियों और एक पूर्व विधायक के परिसरों पर भी छापेमारी की थी.
इस दौरान आरोपियों के पास से जरूरी दस्तावेज मिले थे. ईडी अब तक 236 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर चुकी है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार (29 जनवरी) को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पर छापा मारा. इस दौरान सीएम तो नहीं मिले, लेकिन ईडी की टीम ने उनके घर से भारी मात्रा में कैश बरामद किया. ईडी के मुताबिक, हेमंत सोरेन के घर से करीब 36 लाख रुपये कैश मिला है. इसके अलावा ईडी ने उनकी दो लग्जरी कार भी जब्त कर ली.
क्यों बिगड़ा हेमंत सोरेन का मामला?
दरअसल, ईडी ने इन दोनों मामलों में हेमंत सोरेन को 8 समन भेजे. 13 जनवरी को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 8वां समन जारी कर उनसे 16 जनवरी से 20 जनवरी के बीच मामले में पूछताछ के लिए उपलब्ध होने को कहा गया था, लेकिन हेमंत ने न कोई जवाब दिया और न ही उपलब्ध हुए. इसके बाद ईडी ने पिछले दिनों ही 10वां समन भी भेजा था.
आगे क्या हो सकता है?
सोमवार को ईडी की कार्रवाई और पूरे दिन लापता रहने के बाद ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय को मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से सोमवार देर रात (29 जनवरी) को एक ऑफिशियल लेटर भेजा गया है. इसमें ईडी को बताया गया है कि हेमंत सोरेन 31 जनवरी को पेश होंगे. सूत्रों का कहना है कि ईडी इस मामले में हेमंत सोरेन को अरेस्ट भी कर सकती है. एहतियातन उनके घर के बाहर और अंदर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं.
JMM की क्या है तैयारी?
वहीं हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की अटकलों को देखते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने प्लान बी तैयार किया है. कहा जा रहा है कि इसके लिए सभी वर्कर्स को बड़े प्रदर्शन के लिए तैयार रहने को कहा गया है. फिलहाल ईडी की कार्रवाई के खिलाफ जेएमएम की ओर से रांची में प्रदर्शन किया भी जा रहा है. राज्य के कई जिलों के जेएमएम कार्यकर्ता रांची पहुंचे हुए हैं. ये कार्यकर्ता रांची के मोरहाबादी मैदान में जमा हैं. इसके अलावा हेमंत सोरेन की पत्नी को सीएम बनाने की भी चर्चा है. कहा जा रहा है कि अगर हेमंत सोरेन गिरफ्तार होते हैं तो उनकी पत्नी को विधायक दल का नेता चुना जा सकता है.