
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में छात्रसंघ चुनाव 2025-26 इस बार त्रिकोणीय मुकाबले का गवाह बन रहा है। लेफ्ट यूनिटी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है।
लेफ्ट यूनिटी — जिसमें ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (DSF) शामिल हैं — ने अदिति मिश्रा को अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार बनाया है। वहीं ABVP की ओर से विकास पटेल और NSUI की तरफ से विकाश बिश्नोई इस पद की दौड़ में हैं।
छोटे दल भी मैदान में
मुख्य छात्र संगठनों के अलावा, कुछ स्वतंत्र उम्मीदवार और छोटे छात्र समूह भी जेएनयू के चुनावी मैदान में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। इनमें बापसा (BAPSA) और प्रोग्रेसिव स्टूडेंट्स एसोसिएशन (PSA) जैसे संगठन शामिल हैं, जो चुनिंदा पदों पर अपने उम्मीदवार उतारकर प्रतिस्पर्धा को और रोचक बना रहे हैं।
दो चरणों में मतदान प्रक्रिया
जेएनयू कैंपस में मतदान दो चरणों में संपन्न हो रहा है — सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक और फिर 2 बजे से शाम 5 बजे तक। पूरा चुनाव इलेक्शन कमेटी की देखरेख में कराया जा रहा है। सुबह से ही विभिन्न स्कूलों और हॉस्टलों के बाहर छात्रों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं, और मतदान शांतिपूर्ण माहौल में जारी है।
6 नवंबर को आएगा नतीजा
वोटों की गिनती रात 9 बजे से शुरू होगी, जबकि अंतिम परिणाम 6 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। यह चुनाव जेएनयू के सबसे चर्चित और प्रतिष्ठित छात्रसंघ चुनावों में से एक माना जाता है, जिस पर हर साल देशभर के छात्र संगठनों की निगाहें टिकी रहती हैं।

