साइनस इंफेक्शन से राहत पाने के लिए घरेलू उपाय जैसे भाप लेना, नेजल इरिगेशन और गर्म सेक काफी प्रभावी हो सकते हैं। सही आहार और पर्याप्त पानी पीने से नाक की बंदिश कम होती है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।

साइनस इंफेक्शन या साइनसाइटिस एक सामान्य समस्या है, जिसमें नाक बंद होने, चेहरे में दबाव महसूस होने और बलगम जमने जैसी परेशानियां होती हैं. यह समस्या आमतौर पर कुछ दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन यदि लक्षण बढ़ते जाएं तो उपचार की आवश्यकता हो सकती है. अच्छी बात यह है कि कुछ घरेलू उपाय हैं जिनसे साइनस के लक्षणों में राहत मिल सकती है और इम्यून सिस्टम को सहायता भी मिल सकती है. इसलिए चलिए, आपको बताते हैं कि साइनस इंफेक्शन से राहत पाने के घरेलू उपाय क्या-क्या हैं।
नाक को स्वच्छ रखने के लिए नेजल इरिगेशन का उपयोग करें।
नेटी पॉट सलाइन स्प्रे या स्क्विज बॉतल की सहायता से नाक को साफ करने पर जमी हुई गंदगी, बलगम और एलर्जन बाहर निकल जाते हैं। इससे तुरंत राहत मिलती है। इसके लिए उपला हुआ स्टरलाइज्ड पानी, बिना आयोडीन वाला नमक और थोड़ा बेकिंग सोडा मिलाकर सलाइन सॉल्यूशन तैयार किया जा सकता है। ध्यान रखें कि उपयोग के बाद उपकरणों को अच्छी तरahह से साफ करना आवश्यक है।
स्टीम थेरेपी और ह्यूमिडिफायर का उपयोग करके आप आराम पा सकते हैं।
गर्म भाप लेने से बलगम को ढीला होने में मदद मिलती है और नाक की सूजन को कम करने में भी लाभ होता है. आप गर्म पानी की भाप ले सकते हैं या फिर गर्म पानी से नहा कर भी इसका फायदा उठा सकते हैं. कुछ बूंदे यूकेलिप्टस या पिपरमेंट ऑयल का उपयोग करके और अधिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है. इसके साथ ही ह्यूमिडिफायर का उपयोग करने से रात के समय नाक और साइनस की सूजन में कमी आ सकती है।

चेहरे के दर्द को कम करने के लिए गर्म सेक का उपयोग बहुत फायदेमंद होता है।
जब आप अपने माथे, गाल और नाक पर गरम और गीले कपड़े से सेकते हैं, तो साइनस का दबाव कम हो जाता है। अगर आप गर्म और ठंडे सेक को बारी-बारी से करते हैं, तो सूजन और दर्द में राहत मिल सकती है।
पर्याप्त पानी पिएं और सिर को ऊंचा रखें
पानी, सूप और हर्बल चाय जैसे तरल पदार्थ पीने से बलगम पतला होता है और नाक की रुकावट दूर होती है. कैफीन और अल्कोहल से परहेज करें क्योंकि ये डिहाइड्रेशन को बढ़ाते हैं. रात में सिर ऊंचा रखकर सोने से बलगम जमा नहीं होता है और ड्रेनेज आसान होता है.
खानपान में लाएं सुधार
साइनस जैसी समस्या होने पर खाने में इस प्रकार के खाद्य पदार्थ शामिल करें जिनमें एंटी बैक्टीरियल और एंटी इनफ्लेमेटरी गुण हों, जैसे कि लहसुन, अदरक, हल्दी, प्याज, शहद और विटामिन सी युक्त फल। हरी सब्जियां और ओमेगा 3 फैटी एसिड युक्त मछलियां भी फायदेमंद हो सकती हैं। तीखे मसाले जैसे मिर्च में मौजूद कैप्सेसिन भी नाक की रुकावट में मददगार साबित हो सकता है।

एसेंशियल ऑयल का सावधानी से इस्तेमाल करें।
यूकेलिप्टस, टी ट्री और पिपरमिंट ऑयल को भाप या डिफ्यूजर में मिलाकर उपयोग करें। ये सूजन को कम करने में और सांस लेने में आराम पहुंचाने में मदद कर सकते हैं। ध्यान दें कि इन्हें सीधे त्वचा पर लगाने से बचें।