टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने श्रम मंत्रालय को भरोसा दिलाया है कि भले ही जॉब ऑफर्स के बाद ऑनबोर्डिंग में कुछ देरी हो रही हो, लेकिन कंपनी अपनी हायरिंग प्रक्रिया के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। तकनीकी कर्मचारियों के यूनियन नैसेंट इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एम्प्लॉइज सीनेट (NITES) की शिकायत के बाद श्रम मंत्रालय ने TCS से स्पष्टीकरण मांगा था। इसके जवाब में कंपनी ने चीफ लेबर कमीश्नर (CLC) को ईमेल के जरिए बताया कि नए कर्मचारियों की नियुक्ति में देरी का कारण क्लाइंट प्रोजेक्ट्स के स्थगन हैं।

दरअसल, हाल ही में कई आईटी प्रोफेशनल्स ने शिकायत की है कि उन्हें महीनों पहले कंपनी की ओर से जॉब ऑफर मिलने के बावजूद अभी तक हायरिंग नहीं हुई है। इनमें से कई ने अपनी पुरानी कंपनी से इस्तीफा दे दिया है, जबकि कुछ ने नोटिस पीरियड भी पूरा कर लिया है। ऑनबोर्डिंग में इस देरी के कारण उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति को देखते हुए कर्मचारियों के समूह ने केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया से हस्तक्षेप की मांग की थी।