टाटा ग्रुप की पावर कंपनी टाटा पावर लिमिटेड ने शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद जून तिमाही (अप्रैल-जून) के नतीजे जारी किए। इस तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 9.2 प्रतिशत बढ़कर 1,060 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में यह 971 करोड़ रुपये था। बाजार अनुमान 1,022 करोड़ रुपये का था, जिसे कंपनी ने पार कर दिखाया

रेवेन्यू के मामले में भी टाटा पावर ने एनालिस्ट्स के अनुमानों को मात दी है। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में कंपनी ने 4.3 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,035 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया, जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में यह 17,294 करोड़ रुपये था। एनालिस्ट्स ने 17,866 करोड़ रुपये के रेवेन्यू का अनुमान लगाया था। इसी दौरान, कंपनी का एबिटा भी 15.4 प्रतिशत बढ़कर 4,139 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 3,587 करोड़ रुपये था
टाटा पावर के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रवीर सिन्हा ने कहा कि वित्त वर्ष 2026 की शुरुआत सभी बिजनेस वर्टिकल्स में मजबूत प्रदर्शन के साथ शानदार रही है। रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में हमारा प्रदर्शन उम्मीदों से बेहतर रहा है, क्योंकि हम क्लीन एनर्जी चेन में बड़े स्तर पर नवाचार और दक्षता बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं। जेनरेशन, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस के योगदान से भी कंपनी को लाभ मिला है
उन्होंने बताया कि कंपनी का लक्ष्य 2030 तक 4 करोड़ ग्राहकों तक पहुंचना है, जिसके तहत महाराष्ट्र में अपने डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का विस्तार करने के लिए लाइसेंस के लिए आवेदन किया गया है। टाटा पावर की पावर जेनरेशन क्षमता कुल 26 गीगावाट है, जिसमें से 65 प्रतिशत ऊर्जा का स्रोत हरित ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) है
सीईओ ने बताया कि कंपनी मुंद्रा में स्थित अपने 4,000 मेगावाट (MW) के कोल बेस्ड अल्ट्रा-मेगा पावर प्लांट (UMPP) के लिए गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा सहित पांच राज्यों के साथ बातचीत कर रही है। अगस्त में किसी सहमति की उम्मीद है, जिसके बाद इस परियोजना पर आगे काम शुरू किया जाएगा
सिन्हा ने बताया कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 के लिए निर्धारित 26,000 करोड़ रुपये में से पहले तीन महीनों में 3,700 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस दौरान कंपनी ने कुल 652 मेगावाट के नए प्रोजेक्ट्स शुरू किए, जिनमें 94 मेगावाट के अपने स्वामित्व वाले प्रोजेक्ट्स और 560 मेगावाट के थर्ड पार्टी ईपीसी प्रोजेक्ट्स शामिल हैं
कंपनी ने बताया कि उसकी कुल ऑपरेशनल कैपेसिटी 5.6 गीगावाट है, जिसमें 4.6 गीगावाट सौर ऊर्जा और 1 गीगावाट पवन ऊर्जा शामिल है। साथ ही, वित्त वर्ष 2026 की बची तीन तिमाहियों में इसे 1.6 गीगावाट तक और बढ़ाने की योजना है।
शुक्रवार (1 अगस्त) को टाटा पावर के शेयर नतीजे आने से पहले 2.11% की गिरावट के साथ 389.30 रुपये पर बंद हुए। 27 सितंबर 2024 को इसका शेयर 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर 494.85 रुपये तक पहुंचा था, जबकि साल 2025 में इसका निचला स्तर 17 फरवरी को 326.25 रुपये रहा। पिछले सप्ताह शेयर में 1.56% की गिरावट देखी गई, वहीं पिछले दो हफ्तों में यह करीब 4.5% से अधिक नीचे आया है। हालांकि, पिछले छह महीनों में इसमें 5% का उछाल भी दर्ज हुआ है। सोमवार को टाटा पावर के शेयर पर बाजार की नजरें टिकी रहेंगी।