नई दिल्ली – रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर हो रही बहस के दौरान उसकी सफलता की बात पर जोर दिया। बहस की शुरुआत में रक्षा मंत्री ने कहा कि सबसे पहले मैं इस सदन के माध्यम से, देश के उन वीर सपूतों को, उन बहादुर सैनिकों को नमन करता हूं, जो इस राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा के लिए सदैव तैयार और तत्पर रहते हैं। साथ ही, मैं उन सैनिकों की स्मृति को भी नमन करता हूं, जिन्होंने भारत की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। मैं पूरे देश की तरफ से सेनाओं के सभी जवानों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं। इस दौरान उन्होंने कहा कि वीर भारतीय सैनिकों ने 22 मिनट में ये ऑपरेशन पूरा कर 100 से ज्यादा आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया।
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस की शुरुआत करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि 6 और 7 मई 2025 को, भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर के नाम से एक ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया। वह केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह भारत की संप्रभुता, उसकी अस्मिता, देश के नागरिकों के प्रति हमारी जिम्मेदारी और आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति का एक असरदार और निर्णायक था।
वीर सैनिकों ने 22 मिनट में 100 आतंकी को उतारा मौत के घाट

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के तुरंत बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने जवाबी कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि हमारी सेना ने एक साथ नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े 100 से अधिक आतंकवादी, उनके ट्रेनर, हैंडलर और सहयोगी मारे गए। रक्षा मंत्री ने बताया कि ये पूरा ऑपरेशन सिर्फ 22 मिनट में संपन्न हुआ। हमारी सेना की योजना और समन्वय बहुत ही शानदार था।