नई दिल्ली । माइलस्टोन स्कूल हादसे को लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवेदना व्यक्त करते हुए हरसंभव सहयोग देने की पेशकश की थी। इसी क्रम में, भारतीय उच्चायोग ने मंगलवार को औपचारिक रूप से बांग्लादेश सरकार को पत्र लिखा है। भारतीय उच्चायोग ने बांग्लादेश सरकार को पत्र लिखकर हादसे में घायल लोगों के लिए भारत में आवश्यक किसी भी महत्वपूर्ण चिकित्सा सहायता की जानकारी साझा करने का अनुरोध किया है।
भारतीय उच्चायोग ने यह भी कहा कि घायलों के उपचार के लिए भारत की ओर से सभी आवश्यक सुविधाएं और समर्थन सुनिश्चित किया जाएगा।
ढाका विमान हादसे के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा था,”ढाका में हुए विमान हादसे में कई लोगों की (जिनमें अधिकतर छात्र हैं) मौत और घायल होने की खबर से बेहद दुखी और स्तब्ध हूं। हम दुख की घड़ी में परिवारों के साथ हैं। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। भारत इस मुश्किल घड़ी में बांग्लादेश के साथ खड़ा है और हर संभव सहायता देने को तैयार है।”
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने मंगलवार को बताया है कि इस दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है, जिसमें 25 छात्र हैं। इन छात्रों में कई 12 साल से कम उम्र के हैं। अन्य दो पीड़ितों में विमान का पायलट और स्कूल शिक्षिका शामिल हैं।

करीब 78 लोगों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में जारी है, जिनमें पांच की हालत गंभीर बनी हुई है। 20 शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं, जबकि छह शवों की अब तक पहचान नहीं हो सकी है; इनके डीएनए सैंपल ले लिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को वायुसेना के एफ-7 बीजीआई ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट ने स्थानीय समय के अनुसार दोपहर 1 बजकर 6 मिनट पर उड़ान भरी थी। करीब डेढ़ बजे एयरक्राफ्ट ढाका के उत्तरा स्थित माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज की इमारत से टकरा गया था।