
बेंगलुरु ।बेंगलुरु में IPL 2025 की जीत के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के सम्मान समारोह में हुई भगदड़ के मामले ने अब कानूनी मोड़ ले लिया है। गुरुवार को इस हादसे की सुनवाई कर्नाटक हाईकोर्ट में हुई, जहां अदालत ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश वी. कामेश्वर राव और जस्टिस सी.एम. जोशी की खंडपीठ ने राज्य के अटॉर्नी जनरल से 10 जून तक विस्तृत जानकारी के साथ रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि हादसे के बाद त्वरित राहत और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। वहीं कार्यक्रम के लिए 1380 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।
हालांकि, याचिकाकर्ता के वकील ने कई गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने कोर्ट से कहा, “सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि खिलाड़ियों को सम्मानित करने का फैसला किस स्तर पर और किसने लिया। वे खिलाड़ी जो भारत के लिए नहीं खेलते, उनके लिए ऐसा भव्य आयोजन क्यों किया गया?” उन्होंने सुरक्षा प्रबंधों की कमी को लेकर भी सवाल उठाए।
बता दें कि 4 जून को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुए इस हादसे में 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि 33 लोग घायल हुए थे। सभी मृतक युवा थे, जिनमें तीन किशोर भी शामिल हैं।
यह घटना न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रही है, बल्कि भीड़ प्रबंधन को लेकर प्रशासन की गंभीर लापरवाही को भी उजागर कर रही है। अब अदालत की नजर इस मामले की अगली सुनवाई पर टिकी है, जहां सरकार को जवाब देना होगा कि आखिर यह हादसा कैसे और क्यों हुआ।

