
उन्होंने आगे कहा कि सरकार होमगार्ड विभाग में रिक्त पदों को भरने के लिए प्रयास कर रही है तथा 700 नए होमगार्ड कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू होगी। मुख्यमंत्री ने 2023 में आने वाली मानसून आपदा के दौरान अग्निशमन सेवाओं, गृह रक्षकों और एसडीआरएफ कर्मियों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की भी प्रशंसा की और उनकी सराहनीय सेवा को स्वीकार किया। सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार प्राकृतिक आपदाओं और राजनीतिक चुनौतियों का सामना करने के बावजूद राज्य को आत्मनिर्भरता की ओर ले जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार नीतियों और कानूनों में सुधार लागू करके आम नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने पिछली भाजपा सरकार पर सार्वजनिक धन के कुप्रबंधन का आरोप लगाया और कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया और भ्रष्टाचार के पिछले दरवाजे बंद करके 2200 करोड़ रुपये से अधिक का अतिरिक्त राजस्व उत्पन्न किया।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार ला रही है। राज्य सरकार सरकारी स्कूलों में सीबीएसई पाठ्यक्रम शुरू करने पर विचार कर रही है, जिसकी शुरुआत 100 स्कूलों से होगी। इसी तरह, राज्य भर में बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य सेवा सुधार चल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इन प्रयासों से निकट भविष्य में स्पष्ट और सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अग्निशमन विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर नितिन धीमान के नेतृत्व में परेड का भी आयोजन किया गया, जिसकी सलामी मुख्यमंत्री ने ली। अग्निशमन सेवा निदेशक सतवंत अटवाल ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और विभाग की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, नगर निगम शिमला के मेयर सुरेन्द्र चौहान, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे।