- नशा छोड़ने वाले लोगों को व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- जिला प्रशासन द्वारा नशे के खिलाफ अभियान को सख्ती से लागू किया जा रहा है
लागू किया जाएगा-डॉ. सोना थिंड
*कमिश्नर दलजीत सिंह मांगट और डीसी डॉ. सोना थिंद ने सिविल अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र और ब्राह्मण माजरा पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया।
फतेहगढ़ साहिब , 11 मार्च:
पटियाला डिवीजन के कमिश्नर दलजीत सिंह मांगट ने आज सिविल अस्पताल फतेहगढ़ साहिब स्थित नशा मुक्ति केंद्र और ब्राह्मण माजरा स्थित सरकारी पुनर्वास केंद्र का अचानक दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने नशा छोड़ रहे लोगों का हालचाल पूछा तथा उनसे नशा पूरी तरह छोड़ने तथा समाज में अच्छे नागरिक के रूप में कार्य करने में मदद के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में सुझाव भी मांगे। इस अवसर पर उपायुक्त डॉ. सोना थिंद भी उपस्थित थीं।
इस अवसर पर श्री मंगत ने नशा छोड़ रहे युवाओं से कहा कि नशा एक ऐसी बुराई है जो न केवल नशा करने वालों को आर्थिक रूप से कंगाल बना देती है, बल्कि समाज में भी उनकी इज्जत खत्म कर देती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री. राज्य सरकार को भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में नशा मुक्त समाज बनाने के लिए शुरू की गई नशे के खिलाफ जंग मुहिम का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए तथा लोगों को नशे से छुटकारा दिलाना चाहिए ताकि वे एक बार फिर समाज में स्वस्थ जीवन जी सकें। उन्होंने नशा छोड़ रहे युवाओं से अपील की कि आप यहां से यह वादा करके जाएं कि आप दोबारा इस बुराई की ओर नहीं मुड़ेंगे और नशे के खिलाफ इस लड़ाई में सरकार का पूरा साथ देंगे।

कमिश्नर पटियाला मंडल ने कहा कि नशे के खात्मे के लिए शुरू की गई यह मुहिम पंजाब को फिर से हंसता-खेलता, जीवंत और रंगीन बनाने में निर्णायक भूमिका निभाएगी और हमारी युवा पीढ़ी नशे से तौबा करके पंजाब को नशा मुक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार नशे की लत से उबरने वाले लोगों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए सरकारी नशा मुक्ति केंद्रों में व्यावसायिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम भी प्रदान करेगी ताकि नशा छोड़ने के बाद वे अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें और अपने परिवारों के जीवन स्तर में सुधार कर सकें।
इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर डॉ. सोना थिंद ने कहा कि जिला प्रशासन जल्द ही नशा छोड़ने वाले लोगों के कौशल विकास के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग कोर्स शुरू कर रहा है और कोर्स पूरा करने के बाद नशा छोड़ने वाले लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत ऋण भी मुहैया करवाया जाएगा ताकि उन्हें अपना व्यवसाय शुरू करने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. दविंदरजीत कौर , डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डॉ. सरिता , जिला राजस्व अधिकारी करुण गुप्ता , मनोचिकित्सक डॉ. सनप्रीत कौर , डॉ. रितु धीमान व एसएमओ मौजूद थे।