युद्ध के दौरान फलस्तीनियों को बुनियादी चीजों के लिए संघर्ष करना पड़ा रहा है. सहायता संगठनों ने चेतावनी दी है कि गाजा पट्टी में जो मानवीय राहत पहुंची है वह पर्याप्त नहीं है.
इजरायली हमलों के बीच गाजा में हर रोज असुरक्षित तरीके से जन्म ले रहे 166 नवजात

युद्ध के दौरान फलस्तीनियों को बुनियादी चीजों के लिए संघर्ष करना पड़ा रहा है
अल-जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा पट्टी पर मौजूद करीब 50 हजार से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को चिकित्सा सुविधाओं की कमी से जूझना पड़ रहा है. रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि इजरायली हमलों के चलते गाजा में रोज 166 नवजातों के असुरक्षित जन्म हो रहे हैं. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अगले महीने में करीब 5500 महिलाएं अपने बच्चों को जन्म देंगी.
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने इजरायली अधिकारियों को सलाह दी है कि गाजा पर संभावित जमीनी हमले में देरी उस क्षेत्र से बंधकों को निकालने में और समय दे सकती है. अमेरिका और बंधकों को छुड़ाने के लिए स्थानीय सहयोगियों से लगातार बातचीत की प्रक्रिया में शामिल है. ये तमाम बातें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन की सोच से परिचित एक अमेरिकी अधिकारी ने कहीं. हालांकि, उन्होंने कहा कि इस तर्क का इजरायली प्रशासन पर कितना असर होगा, ये कह पाना मुश्किल है.
अल-जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने दावा किया कि उसने इजरायली सेना की पोस्टों पर ड्रोन अटैक किया है. हमास की अल-कासिम ब्रिगेड ने टेलीग्राम चैनल पर दावा किया कि उसने इजरायली सेना पर दो ड्रोन अटैक किए हैं. एक ड्रोन से इजरायली वायुसेना के हतजेरिम बेस को निशाना बनाया गया है. दूसरे से सिनाई डिवीजन के तस्लीम मिलिट्री बेस पर हमला किया गया है. वहीं, इजरायली सेना के रेडियो पर संदिग्ध ड्रोन घुसपैठ को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है.
इजरायली युद्धक विमानों ने गाजा पट्टी में एक और मस्जिद पर हमला किया है. अल जजीरा ने अपनी रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी है. ऐसे में 7 अक्टूबर के बाद से गाजा पट्टी में कुल 32 मस्जिदें इजरायली हमलों के कारण नष्ट हुई हैं.