
करीना कपूर ने भले ही अपने करियर की शुरुआत फिल्म रिफ्यूजी से की थी, जो बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही, लेकिन उन्होंने अपने टैलेंट के दम पर इंडस्ट्री में मजबूत पहचान बनाई। हाल ही में एक बातचीत के दौरान करीना ने नेपोटिज़्म पर खुलकर बात की। उन्होंने स्वीकार किया कि फिल्मी परिवार से आने का फायदा मिलता है और पहला मौका मिल सकता है, लेकिन आगे का सफर केवल मेहनत और दर्शकों की पसंद तय करती है।
नेपोटिज्म पर करीना का बयान
बरखा दत्त से बातचीत में करीना ने कहा, “नेपोटिज्म आपको डेब्यू करा सकता है, लेकिन लंबा करियर नहीं दे सकता। यह दर्शकों की स्वीकृति है जो आपकी तकदीर तय करती है, आपका सरनेम नहीं।” इससे पहले फराह खान भी नेपोटिज़्म पर अपनी राय रख चुकी हैं। उन्होंने सानिया मिर्जा के पॉडकास्ट में कहा था कि बाहर से आने वाले लोगों में स्टार किड्स को लेकर नाराज़गी स्वाभाविक है, क्योंकि उनका संघर्ष कहीं ज्यादा कठिन होता है।
करीना के करियर और अपकमिंग प्रोजेक्ट्स
वर्क फ्रंट की बात करें तो करीना कपूर को आखिरी बार सिंघम अगेन में अवनि सिंघम के रोल में देखा गया था, जिसमें उनके साथ अजय देवगन, दीपिका पादुकोण, अर्जुन कपूर, जैकी श्रॉफ, रणवीर सिंह, टाइगर श्रॉफ और अक्षय कुमार जैसे बड़े सितारे नजर आए थे।
अब करीना नेटफ्लिक्स की डॉक्यूमेंट्री Dining with the Kapoors में दिखेंगी, जिसमें पूरा कपूर परिवार एक साथ नजर आएगा। इसका स्पेशल प्रीमियर 21 नवंबर को होगा। रिलीज़ किए गए टीज़र में कपूर परिवार को खाने और परिवारिक मेल-जोल को लेकर बातें करते हुए दिखाया गया है।

