No menu items!
Friday, September 26, 2025
spot_img

Latest Posts

“ऋषिकेश: राम–लक्ष्मण–हनुमान वेशधारी कलाकार थाने पहुँचे, अनुमति न मिलने पर रोष प्रकट”

ऋषिकेश कोटवाली में उस समय लोग अचंभित हो गए जब कोई ‘श्रीराम’ और कोई ‘हनुमान’ के अंदाज में वहां पहुंच गया. यहां कलाकारों की मांग है कि रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों पर दर्ज मुकदमे हटाए जाएं और उन्हें आयोजन करने की अनुमति दी जाए।

ऋषिकेश में उत्तराखंड के राम बारात निकालने की अनुमति न मिलने पर रामलीला कलाकार अपनी वेशभूषा में कोतवाली पहुंचे। इस दौरान कुछ कलाकार श्रीराम और लक्ष्मण के गेटअप में थे जबकि कुछ हनुमान और रावण के गेटअप में थे। कलाकारों ने मांग की है कि रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों पर दर्ज मुकदमे हटाए जाएं और उन्हें रामलीला करने की अनुमति दी जाए। यह 70 साल पुरानी सुभाष बनखंडी श्री राम लीला कमेटी का मामला है।

वास्तव में, ऋषिकेश में 70 साल पुरानी श्री राम लीला कमेटी में दो गुटों के बीच एक विवाद चल रहा है। एक गुट रामलीला का प्रस्तुतीकरण कर रहा है, जबकि दूसरे गुट ने उन पर चोरी और रामलीला मैदान पर अवैध कब्जे का मामला दर्ज कर दिया है। आज जब राम बारात निकालने की अनुमति न मिली, तो रामलीला के सभी कलाकार कोतवाली में अपनी वेशभूषा पहनकर पहुंचे। उन्होंने मांग की कि कमेटी के पदाधिकारियों पर लगे मामले वापस लिए जाएं। कमेटी के अध्यक्ष हरी राम अरोड़ा के नेतृत्व में रामलीला का प्रस्तुतीकरण जारी रखने का निर्णय लिया गया।

राजनीतिक दबाव के आरोप
कमेटी के महामंत्री योगेश कालरा ने आरोप लगाया है कि कुछ राजनीतिक रसूखदार व्यक्ति कमेटी और उसकी संपत्ति पर कब्जा करना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि ये व्यक्ति सरकार को गुमराह करके कलाकारों, संगीतकारों और पदाधिकारियों के खिलाफ दर्ज मुक़दमे करवा रहे हैं और उन्हें रामलीला आयोजित करने से रोक रहे हैं. उन्होंने इस दबाव के चलते अपनी राम बारात निकालने और दशहरा के दिन रावण दहन करने की अनुमति भी नहीं पाई.

सीएम से हस्तक्षेप की मांग
जितेंद्र पाल पाठी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि षड्यंत्रकारियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए और रामलीला के कलाकारों और पदाधिकारियों पर लगे झूठे मुकदमे वापस लिए जाएं। पाठी ने कहा कि रामलीला को रोकने की कोशिश की जा रही है, जो कि सरासर गलत है।
‘रामलीला चलती रहेगी’
कमेटी के पदाधिकारियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भले ही उन पर कितने भी मुकदमे दर्ज किए जाएं, वे अध्यक्ष हरी राम अरोड़ा के नेतृत्व में रामलीला का मंचन जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि वे किसी भी दबाव में नहीं आएंगे। फिलहाल, पुलिस ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है और दोनों गुटों के बीच तनाव बना हुआ है.

Latest Posts

spot_imgspot_img

Don't Miss

Stay in touch

To be updated with all the latest news, offers and special announcements.