यूजीसी ने स्नातक स्तर के लिए एक नया पाठ्यक्रम का ड्राफ्ट जारी किया है, जिसमें परंपरागत ज्ञान और आधुनिक शिक्षा का एक मिश्रण होगा। हालांकि, शामिल होने वाली सावरकर की किताब के बारे में विवाद उठ गया है।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने स्नातक स्तर के लिए नौ विषयों में लर्निंग आउटकम बेस्ड करिकुलम फ्रेमवर्क (LOCF) का ड्राफ्ट पेश किया है। आयोग का कहना है कि इस नए पाठ्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा को केवल रट्टा आधारित न रखकर उसे अधिक व्यावहारिक और परिणाम केंद्रित बनाना है।
यूजीसी के अनुसार, यह फ्रेमवर्क छात्रों को वास्तविक जीवन की समस्याओं से जोड़ने में मदद करेगा। इसमें फील्डवर्क, लैब वर्क, ग्रुप डिस्कशन और इंटरैक्टिव असाइनमेंट जैसे तत्व शामिल किए गए हैं। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में क्रिटिकल थिंकिंग, समस्या समाधान की क्षमता और विश्लेषणात्मक सोच को मजबूत करना है
क्या है नए पाठ्यक्रम में खास?
रसायन शास्त्र (Chemistry): शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ की जाएगी। इसके बाद छात्रों को आयुर्वेद, सिद्ध और होम्योपैथी जैसी परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों से परिचित किया जाएगा। इसके साथ ही दूध, शहद और पानी जैसे प्राकृतिक तत्वों के औषधीय महत्व और पारंपरिक भारतीय पेयों का अध्ययन भी किया जाएगा।