आमतौर पर बाजार में बनी हुई मिठाई और नमकीन शरीर के लिए काफी नुकसान दायक साबित होती है. ऐसे में बीकानेर के स्वामी केशवानंद कृषि विश्व विद्यालय की छात्राओं ने मोटे अनाज यानी मिलेट्स से नई नई डिश तैयार की है. जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद रहती है. इन छात्राओं ने मोटे अनाज से इडली, मोदक और खिचिया तैयार किया. इन डिश को तैयार करने में इन छात्राओं को 15 से 45 मिनट का समय लगा है. शुक्रवार को रविन्द्र रंगमंच में इन छात्राओं ने मिलेट्स मेले में प्रदर्शनी के दौरान इन डिश को रखा और शहरवासियो ने इनके डिश के स्वाद को चखा.
छात्रा कल्पिता जोशी ने बताया कि रागी के मोदक बनाए है. गणेश चतुर्थी महोत्सव में गणेश जी के लिए मोदक बनाए जाते है. मोदक को इस बार मोटे अनाज यानी रागी से बनाया गया है. रागी को नाचनी भी कहते है और पहाड़ी इलाकों में मडुआ भी कहा जाता है. इन मोदक को बनाने में 45 मिनट का समय लगा है. इस मोदक का आकार अपने हाथों से दिया है. वे बताती है कि रागी आयरन को बहुत अच्छा स्त्रोत होता है. इससे एनीमिया और महिलाओं की समस्या काफी हद तक ठीक हो जाती है. इसके अलावा इसमें कैल्शियम भरपूर रहता है. इसमें एंटी ऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में पाए जाते है. इसके साथ ही इसमें प्रोटीन की मात्रा भी बहुत ज्यादा रहती है.
कोमल ने बताया कि बाजरा और शामक को मिलाकर इडली बनाई है. इसको बनाने में करीब 15 मिनट का समय लगा है. शामक और बाजरा को पूरी रात पानी में डालकर भिगाया. इससे विटामिन बी तैयार हुआ है. इसका सेवन करने से वजन कम करने के लिए सही रहता है. विटामिन बी 12, आयरन होता है और शरीर का पाचन क्रिया भी सही रखते है. किसी भी महिला को समस्या होती है इसका सेवन करने से सही रहता है.
इसके अलावा ज्वार और शामक से खीचिया बनाया गया है. ज्वार और शामक को पूरी रात भिगोकर फिर खीच करके फिर बेलकर तला गया है. इसमें एंटी ऑक्सीडेंट होते है और कैल्शियम और प्रोटीन ज्यादा होता है.