
फतेहगढ़ साहिब, 29 दिसंबर: शहीदों की धरती श्री फतेहगढ़ साहिब में छोटे साहिबजादों और माता गुजरी जी की लासानी शहादत को समर्पित वार्षिक शहीदी सभा के अवसर पर पंजाब सरकार द्वारा किए गए विशेष यातायात प्रबंध श्रद्धालुओं के लिए वरदान साबित हुए हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों के तहत शहीदी सभा के दौरान चलाई गई मुफ्त शटल बस सेवाओं को गांवों और शहरों में भारी समर्थन मिला। देश-विदेश से लाखों की संख्या में आई संगत के बावजूद, यातायात व्यवस्था को लेकर किसी को भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा।
डिप्टी कमिश्नर डॉ. सोना थिंद के नेतृत्व और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी चेतन बंगड़ की देखरेख में, शहीदी सभा के दौरान विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से संगत की सुविधा और आवश्यकतानुसार बड़ी संख्या में मुफ्त शटल बसें चलाई गईं, जिससे दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिली।
इसके अलावा, शहर के आंतरिक हिस्सों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सुविधा के लिए 100 मुफ्त ई-रिक्शा चलाए गए, जिन्होंने दिन-रात सेवाएं प्रदान कीं। इस पहल ने संगत को गुरुद्वारा साहिब तक पहुंचने में आ रही दिक्कतों को समाप्त कर दिया।

जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा किए गए उच्च स्तरीय प्रबंधों के कारण ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने इन बसों के जरिए नतमस्तक होकर सरकार के इस कदम की सराहना की।
शहीदी सभा में पहुंची संगत ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का विशेष रूप से धन्यवाद करते हुए कहा कि यह पहली बार है कि इतने बड़े स्तर पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मुफ्त और सर्वोत्तम यातायात प्रबंध किए गए हैं। लोगों के अनुसार, यह सुविधा विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों और बुजुर्गों के लिए बहुत मददगार साबित हुई है।
इस संबंध में डिप्टी कमिश्नर डॉ. सोना थिंद ने कहा कि हमारा उद्देश्य शहीदी सभा में नतमस्तक होने वाली संगत की सेवा करना है। उन्होंने बताया कि 25, 26 और 27 दिसंबर के अलावा संगत की सुविधा के लिए 24 दिसंबर और 28 दिसंबर को भी यह मुफ्त बस सेवाएं जारी रखी गईं। उन्होंने कहा कि मुफ्त यातायात सेवाओं के माध्यम से हमने यह सुनिश्चित किया कि किसी भी श्रद्धालु, विशेषकर बुजुर्गों और दिव्यांगों को कोई परेशानी न हो। पंजाब सरकार के इस प्रयास को संगत ने बहुत सराहा है।
उन्होंने बताया कि संगत की आवश्यकता के अनुसार, जहाँ ये बस सेवाएं सुबह 8 बजे से शुरू हो जाती थीं, वहीं रात 10 बजे तक सेवाएं प्रदान की गईं, जिससे संगत ने बड़ी राहत महसूस की।

