
सर्दियों में विटामिन D की कमी: वजह और समाधान
ठंड बढ़ते ही लोग घरों में दुबक जाते हैं, जिससे धूप कम मिलती है और शरीर में विटामिन D की कमी होने लगती है। हालांकि, यह सिर्फ मौसम की वजह से नहीं होता। भारत जैसे धूप वाले देशों में भी विटामिन D की कमी का मुख्य कारण हमारी लाइफस्टाइल है—लंबे समय तक ऑफिस या घर में बंद रहना, धूप में कम निकलना और खानपान में इसकी कमी। विटामिन D की कमी मूड गिरने, थकान और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है।
डाइट में क्या शामिल करें?
सर्दियों में शरीर का केवल 10% हिस्सा खुला रहता है, इसलिए पर्याप्त धूप पाने के लिए दोपहर में करीब दो घंटे की धूप जरूरी होती है। नेचुरल स्रोतों में मछली और सी-फूड विटामिन D के लिए मददगार हैं। उदाहरण के लिए, 400 IU विटामिन D पाने के लिए लगभग 5 औंस सैल्मन, 7 औंस हैलिबट, 30 औंस कॉड या दो बड़े टिन टूना मछली खाने पड़ती है, जो रोजाना संभव नहीं है।
सप्लिमेंट्स से कैसे मिले मदद?
विटामिन D3 सप्लिमेंट्स शरीर में इसकी कमी को आसानी से पूरा कर सकते हैं। ये ओरल सॉल्यूशन में उपलब्ध होते हैं, जल्दी अब्जॉर्ब होते हैं और शुगर-फ्री होने के कारण डायबिटीज वाले लोग भी सुरक्षित रूप से ले सकते हैं। क्लिनिकली टेस्टेड होने के कारण ये सप्लिमेंट्स शरीर को सही मात्रा में विटामिन D प्रदान करते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो धूप या डाइट से पर्याप्त मात्रा नहीं ले पाते।

