छिंदवाड़ा समाचार: छिंदवाड़ा में छह बच्चों की मौत के बाद भोपाल स्वास्थ्य विभाग में खतरे की घंटी बज गई है। दोनों कफ सिरप Coldrif और Nextro-DS कफ सिरप की जांच पूरी होने तक इनके बेचने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है।

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में किडनी फेल होने से 6 बच्चों की मौत से हड़कंप मच गया है. यहाँ तक माना जा रहा है कि इन बच्चों की जान कफ सिरप पीने से चली गई है. इसके बाद भोपाल स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है. Coldrif और Nextro-DS कफ सिरप की जांच पूरी होने तक इनका बेचना प्रतिबंधित कर दिया गया है.
दोनों कफ सिरप बैन
इस मामले को लेकर जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मनीष शर्मा ने कहा भोपाल में दोनों कफ सिरप बैन रहेंगी. डॉक्टर्स को दोनों कफ सिरप्स प्रिसक्राइब न करने और आम लोगों को दोनों कफ सिरप ना खरीदने की सलाह दी है. हालांकि भोपाल के स्वास्थ्य केंद्रों पर सप्लाई नहीं होती हैं.
सरकार ने क्या कहा?
सरकार ने कहा कि घटना की जांच के लिए इसे आईसीएमआर और नागपुर के संस्थान को भेजा गया है। उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने बताया कि किडनी फेल होने और बुखार के कारण ही मौत हुई है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ कि इसकी वजह क्या है। रिपोर्ट में कोई महामारी की जानकारी नहीं है। बीजेपी प्रवक्ता डॉ हितेश वाजपेयी ने इस मामले पर निर्णय लेने से पहले जांच के परिणाम का इंतजार करने की सलाह दी है। दवा के सैंपल सभी जांच के लिए भेजे गए हैं और उनकी जांच की रिपोर्ट एफडीए अप्रूव्ड लैब से आने तक कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा।
‘व्यापक जांच की जरूरत’
उन्होंने कहा कि जिन बच्चों की मृत्यु हुई है इसकी व्यापक जांच की जरूरत है. यह जांचने की जरूरत है कि कोई और इशू तो इन्वॉल्व नहीं है जिसकी वजह से बच्चों की मौत हुई है. जब तक सारी जांच फोरेंसिक जांच और एफडीए अप्रूव्ड लब से दवा के सैंपल्स की जांच नहीं पूरी हो जाती तब तक किसी भी नतीजे पर पहुंचने की जरूरत नहीं है.
बीजेपी प्रवक्ता ने आगे कहा कि मैं डिप्टी सीएम की तरफ से स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अभी तक किसी भी जांच करने वाली संस्था ने किसी भी विषय को क्लीन चिट नहीं दी है मेरी इस विषय पर स्वास्थ्य मंत्री जी से बात हुई है.