
रोहिणी आचार्य की नाराजगी की खबरों के बीच तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है। शुक्रवार, 26 सितंबर को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि कुछ लोग, खासकर बीजेपी समर्थक और ट्रोलर, बेवजह टिप्पणियां कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “ट्रोलर्स हमें, हमारे पिता लालू यादव को भी गाली देते हैं। लेकिन जो लोग हमारी बहन पर सवाल उठा रहे हैं, वह असहनीय है और यह ठीक बात नहीं है।”
तेजस्वी यादव ने साफ किया कि रोहिणी आचार्य की न तो कोई पद की इच्छा रही है, न टिकट की और न ही किसी को टिकट दिलवाने की चाह। “वो शुरू से ही हमारे साथ रही हैं। हमें आगे बढ़ाने के लिए जो भी संभव था, उन्होंने किया। उनकी नीयत कभी भी व्यक्तिगत स्वार्थ की नहीं रही, बल्कि पार्टी के हित में रही है,” उन्होंने कहा।
अपनी बहन के प्रति भावुक होते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, “रोहिणी दीदी हमारी बड़ी बहन हैं। उन्होंने हमें पाला-पोसा है। आज के जमाने में कोई अपनी किडनी देकर किसी को बचाए, यह बहुत बड़ी बात है। उन्होंने जो कुर्बानी दी है, वह बेमिसाल है।”
तेजस्वी ने यह भी बताया कि छपरा की जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं की मांग पर ही रोहिणी आचार्य को टिकट दिया गया था। इस दौरान उन्होंने बीजेपी नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के पुराने बयान को भी आड़े हाथों लिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि “लालू यादव किडनी लेकर टिकट दे रहे हैं।” तेजस्वी ने इस टिप्पणी को अमर्यादित और भाजपा की संस्कृति से जोड़ते हुए कड़ी आलोचना की।
उन्होंने कहा, “हर पार्टी में अलग-अलग तरह के लोग होते हैं, जो अनर्गल टिप्पणियां करते हैं। हमें लगता है कि ऐसे बयानों पर ध्यान देना जरूरी नहीं है, क्योंकि हमारा फोकस जनता और पार्टी को मजबूत करने पर है।”