केंद्र सरकार ने 3 सितंबर 2025 को एक नए जीएसटी स्लैब को मंजूरी दी है। अब कारों पर लगने वाला जीएसटी 28% से कम करके 18% कर दिया गया है। इस निर्णय से Wagon R की कीमत में 60,000 से अधिक की कमी हो सकती है।

वर्तमान में, देश में GST कटौती को लेकर बहुत चर्चा हो रही है। केंद्र सरकार ने 3 सितंबर 2025 की रात को नए GST स्लैब को मंजूरी दे दी है। इसके अनुसार, कारों पर लगाए जाने वाले टैक्स को 28% से कम करके 18% कर दिया गया है। नए नियम 22 सितंबर से लागू होंगे। इस सुधार का सीधा प्रभाव आम ग्राहकों पर होगा, क्योंकि अब कारें पहले से सस्ती हो जाएँगी। इस वजह से मारुति सुजुकी की सबसे लोकप्रिय कार Wagon R की कीमत करीब 67,000 रुपये तक कम हो सकती है।
Wagon R कितनी सस्ती होगी?
- दरअसल, मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर.सी. भार्गव ने खुद बताया कि GST कटौती से Wagon R की कीमत में अच्छी-खासी कमी आएगी. उन्होंने कहा कि Wagon R की कीमत में 60,000 से 67,000 रुपये तक की कटौती हो सकती है. वहीं, छोटी कारों में Alto की कीमत भी 40,000 से 50,000 रुपये तक कम होने का अनुमान है. इसका मतलब है कि ग्राहक अब कम दाम में वही पॉपुलर कारें खरीद पाएंगे. इससे न केवल लोगों को फायदा होगा, बल्कि कंपनियों की बिक्री भी बढ़ने लगेगी.
छोटे और बड़े वाहनों पर नया GST नियम
- GST काउंसिल ने छोटी कारों पर टैक्स को 18% कर दिया है। इसमें 1200cc तक के इंजन और 4 मीटर से कम लंबाई वाली कारें शामिल होती हैं। 1200cc से अधिक इंजन और 4 मीटर से ज्यादा लंबी कारों पर अब 40% GST लागू होगा। पहले इन गाड़ियों पर GST के अतिरिक्त 22% सेस भी लगती थी, जिससे कुल टैक्स 50% तक पहुंच जाता था। अब यह 40% हो जाएगा।
कार मार्केट पर असर
- भार्गव का मानना है कि GST कमी से कार मार्केट में नयी जोश आएगी। उन्होंने बताया कि छोटी कारों का बाजार जो कम हो रहा था, अब उसमें 10% से अधिक की वृद्धि हो सकती है। साथ ही, पूरे पैसेंजर कार बाजार में 6-8% तक की वृद्धि की उम्मीद है। इसके अलावा, ब्याज दरों में कमी और इनकम टैक्स में मिले लाभ से ग्राहकों के पास अधिक पैसा बचेगा।
लग्जरी कारों पर भी फायदा
- नए जीएसटी के नए टैक्स दरें सिर्फ छोटे कारों तक ही सीमित नहीं होंगी, बल्कि बड़ी और लग्जरी कारों पर भी उपभोक्ताओं को बचत मिलेगी। पहले इन कारों पर 43% से 50% तक का टैक्स लगता था, जो अब केवल 40% हो जाएगा। एक करोड़ रुपये की लग्जरी कार पर भी 5% का फर्क बहुत मायने रखता है।