भारत और अमेरिका के बीच तनाव की स्थिति में बदलाव आया है। इस समय, चीन ने भारत को सहायता की पेशकश की है। उसने भारत के लिए सुरंग खोदने की मशीनें उपलब्ध कराने का वादा किया है।

अमेरिका के साथ तनाव की स्थिति के बीच चीन ने भारत की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। चीन भारत को रेयर अर्थ मटेरियल, टनल बोरिंग मशीन और फर्टिलाइजर देने के लिए तैयार है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात के दौरान कहा कि चीन उनकी व्यापारिक दिक्कतों को दूर करने में मदद करेगा। इससे दोनों देशों के रिश्ते में सुधार की भी उम्मीद है।
आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक वांग यी ने जयशंकर से कहा कि है कि बीजिंग भारत की तीन बड़ी दिक्कतों रेयर अर्थ मटेरियल, फर्टिलाइजर और सुरंग खोदने वाली मशीनों का समाधान कर रहा है। चीन ने अमेरिकी के टैरिफ बढ़ाने के जवाब में रेयर अर्थ मटेरियल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिए हैं और ट्रेड वॉर में इसका इस्तेमाल सौदेबाजी के तौर पर कर रहा है। इसका असर उन देशों पर भी पड़ा है, जो चीनी आयात पर निर्भर हैं।
रेयर अर्थ मटेरियल कहाँ प्रयोग किया जाता है?
रियल एर्थ मटीरियल का इस्तेमाल कई तरह के हाई-टेक एप्लिकेशन में किया जाता है, जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और इलेक्ट्रिक वाहनों सहित बड़े पैमाने के औद्योगिक उपकरणों में भी. चीनी विदेश मंत्री वांग यी सोमवार को दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे. इस यात्रा के दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलेंगे.
चीन के विदेश मंत्रालय ने बताया कि वांग यी की भारत यात्रा दोनों देशों के बीच पिछले साल चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री मोदी के बीच हुई सहमति को लागू करने में मदद करेगी.
सभागार में क्या बोले विदेश मंत्री जयशंकर?
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, “जब दुनिया के दो सबसे बड़े देश मिलते हैं तो यह स्वाभाविक है कि अंतरराष्ट्रीय स्थिति पर चर्चा होगी। हम एक निष्पक्ष, संतुलित और मल्टी-पोलर विश्व व्यवस्था चाहते हैं, जिसमें मल्टी-पोलर एशिया भी शामिल हो। वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता बनाए रखना और उसे बढ़ाना भी जरूरी है.”