रणबीर कपूर नई फिल्म ‘रामायण’ में मुख्य भूमिका निभाते नजर आएंगे, जहाँ वह भगवान राम का किरदार निभा रहे हैं। वहीं, साई पल्लवी इस फिल्म में सीता का रोल अदा कर रही हैं। फिल्म को लेकर काफी चर्चा और उत्साह देखने को मिल रहा है

रणबीर कपूर की रामायण के पार्ट वन को लेकर व्यापक चर्चा शुरू हो गई है। जहां दर्शकों की उम्मीदें काफी ऊंची हैं, वहीं मेकर्स पर फिल्म को सही ढंग से प्रस्तुत करने का दबाव भी बढ़ गया है। इस बीच, टीवी की दुनिया के दूसरे राम यानी गुरमीत चौधरी और सीता का किरदार निभाने वाली देबीना बनर्जी ने रणबीर कपूर की रामायण पर अपने विचार साझा किए हैं
अपने नए शो ‘पति-पत्नी और पंगा’ के प्रमोशन के दौरान गुरमीत चौधरी ने रामायण को लेकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “मुझे बहुत खुशी है कि रणबीर कपूर भगवान राम का किरदार निभा रहे हैं। रणबीर एक बेहतरीन अभिनेता हैं और उन्हें डायरेक्ट कर रहे हैं नितेश तिवारी, जो एक बेहद संवेदनशील निर्देशक हैं। मुझे उम्मीद है कि इस फिल्म के माध्यम से हमारे संस्कृति को ज्यादा से ज्यादा लोग जानेंगे, न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में इसकी कहानी पहुंचेगी। जिस भव्यता और स्केल पर यह फिल्म बन रही है, वह हम सभी के लिए गर्व की बात है
टीवी के लोकप्रिय अभिनेता रवि दुबे को लक्ष्मण के किरदार को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह किरदार अच्छी तरह निभाया जाएगा। रवि दुबे एक बेहतरीन परफॉर्मर हैं, और मुझे विश्वास है कि राम और लक्ष्मण दोनों के रोल को शानदार ढंग से पेश किया जाएगा
देबीना ने सीता के किरदार पर क्या कहा
देबीना ने सीता का किरदार निभा रही साई पल्लवी के बारे में कहा, “साई एक बेहद प्रतिभाशाली एक्ट्रेस हैं। हमने उनकी कई फिल्में देखी हैं और उनका फेस बहुत ही मासूम और आकर्षक है।” देबीना ने आगे कहा कि रामायण जैसी कहानियां बार-बार बनती रहनी चाहिए। आज के समय में लोग रिश्तों और पारिवारिक मूल्यों को भूलते जा रहे हैं, इसलिए ऐसी कहानियों को ऑडियो-विजुअल माध्यम से हमेशा जीवित रखना और याद रखना जरूरी है।
टीवी के राम और सीता
गुरमीत चौधरी और देबीना बनर्जी ने 2008 में आई रामायण में मुख्य भूमिकाएं निभाईं थीं, जहां उन्होंने राम और सीता के किरदारों को निभाया। यह दोनों किरदार उनके लिए चुनौतीपूर्ण थे, क्योंकि आज भी लोग राम के रूप में अरुण गोविल और सीता के रूप में दीपिका चिखलिया को पसंद करते हैं। ये दोनों कलाकार 1987 में शुरू हुई रामायण की सबसे पहचानी जाने वाली झलक थे