भारत निर्वाचन आयोग ने बिहार में 2025 के लिए ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी की. पहले 24 घंटे में किसी भी पार्टी ने दावा या आपत्ति नहीं की.
भारतीय चुनाव आयोग ने बिहार में 2025 के लिए मतदाता सूची का ड्राफ्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटों में कोई भी दल ने किसी भी दावा या आपत्ति की जानकारी नहीं दी।

भारतीय चुनाव आयोग ने 1 अगस्त 2025 को बिहार राज्य के लिए मतदाता सूची का मसौदा जारी किया। इस सूची को विशेष गहराई से जांचने के लिए 2025 के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के तहत जारी किया गया, जिसमें 24 जून से 25 जुलाई तक गणना की गई।
प्रेस रिलीज के अनुसार, 1 अगस्त दोपहर 3 बजे से 2 अगस्त दोपहर 3 बजे तक, किसी भी राजनीतिक दल ने एक भी दावा या आपत्ति दर्ज नहीं की. यह आंकड़ा चौंकाने वाला है क्योंकि मतदाता सूची में संशोधन प्रक्रिया के दौरान सक्रिय राजनीतिक सहभागिता की अपेक्षा होती है.
क्या है मसौदा मतदाता सूची और क्यों है यह महत्वपूर्ण?
मतदाता सूची एक अस्थायी सार्वजनिक दस्तावेज़ है, जिसमें नए और मौजूदा मतदाताओं के नाम होते हैं। इसका उद्देश्य यह है कि लोग, राजनीतिक दल और एजेंसियां इसे जांच सकें और गलतियों की रिपोर्ट कर सकें। मतदाता सूची की सटीकता लोकतंत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अगर कोई व्यक्ति छूट जाता है या कोई अपात्र व्यक्ति सूची में रह जाता है, तो यह चुनावी पारदर्शिता पर बुरा असर डाल सकता है।
38 ज़िले, 243 विधानसभा क्षेत्र और 90712 मतदान केंद्र हैं।
इस बार का विशेष गहन पुनरीक्षण बिहार में 38 ज़िले, 243 विधानसभा क्षेत्र और 90,712 मतदान केंद्रों को कवर करेगा। राजनीतिक दलों को मतदाता सूची की प्रति और उन मतदाताओं की सूची भी दी गई है, जो 24 जून की सूची में थे, लेकिन नए मसौदे में शामिल नहीं हैं। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि कोई भी पात्र मतदाता गलती से सूची से बाहर न रह जाए।
BLA और BLO की महत्वपूर्ण भूमिका है।
चुनाव आयोग ने बताया कि 12 प्रमुख राजनीतिक दलों के 1.6 लाख बूथ लेवल एजेंट (BLA) ने इस प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी की. साथ ही, बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) को मतदाताओं से 1 सितंबर 2025 तक नई तस्वीरें जमा कराने की ज़िम्मेदारी भी सौंपी गई है.
क्या आपने BLO को अपनी नई फोटो दी?
अगर आपने अपना वोटर आईडी कार्ड अभी तक अपडेट नहीं किया है, तो आपको https://voters.eci.gov.in पर जाकर अपना विवरण जाँचना चाहिए। भारतीय निर्वाचन आयोग ने लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए कदम उठाया है और इस दौरान BLO का पारिश्रमिक दोगुना किया जाएगा। BLO पर्यवेक्षकों का वेतन भी बढ़ाया जाएगा और निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों (ERO) और सहायक निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों (AERO) को अब मानदेय भी मिलेगा।