Saturday, June 28, 2025
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उत्तर कोरिया के किम जोंग-उन ने यूक्रेन युद्ध में रूस को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया

सोल । उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने कहा है कि वह यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को “बिना शर्त” समर्थन देंगे। साथ ही उन्होंने यह भी वादा किया कि उत्तर कोरिया और रूस के बीच जो आपसी रक्षा संधि हुई है, उसके सभी नियमों को “जिम्मेदारी से” निभाया जाएगा। यह जानकारी उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने गुरुवार को दी।
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के हवाले से योनहाप ने बताया कि किम जोंग-उन ने यह बात उस समय कही जब उन्होंने पिछले दिन प्योंगयांग में रूस की सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगू से मुलाकात की।
रूस के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी सर्गेई शोइगू बुधवार को उत्तर कोरिया पहुंचे। उत्तर कोरिया और रूस के बीच सैन्य सहयोग लगातार बढ़ रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में मदद के लिए रूस को सैन्य टुकड़ियां भी भेजी हैं, जो इस सहयोग का प्रमाण है।
केसीएनए के अनुसार, बैठक के दौरान किम जोंग-उन ने कहा कि उत्तर कोरिया यूक्रेन से जुड़ी स्थिति सहित सभी अहम अंतरराष्ट्रीय मामलों पर रूस के रुख और उसकी विदेश नीति का बिना शर्त समर्थन करेगा।
किम जोंग-उन ने यह भी कहा कि उनका देश रूस के साथ हुई संधि के नियमों का पूरी जिम्मेदारी से पालन करेगा। उन्होंने यह बात उस रणनीतिक साझेदारी संधि का ज़िक्र करते हुए कही, जिस पर पिछले साल जून में प्योंगयांग में उन्होंने और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हस्ताक्षर किए थे।
वार्ता के दौरान दोनों देशों ने यूक्रेन को लेकर अपनी समान राय की पुष्टि की और यह संकल्प लिया कि वे आपसी रिश्तों को एक मजबूत और व्यापक रणनीतिक साझेदारी में बदलेंगे।
रूसी समाचार एजेंसी तास ने बुधवार को रूसी सुरक्षा परिषद के हवाले से बताया कि किम जोंग-उन और सर्गेई शोइगू ने कुर्स्क के युद्ध क्षेत्र के पुनर्निर्माण की संभावनाओं पर बात की। साथ ही, उन्होंने उत्तर कोरियाई सैनिकों की वीरता को याद करने के लिए विशेष कदमों पर भी चर्चा की।
सियोल के एकीकरण मंत्रालय ने कहा कि बातचीत के मुद्दों में संभवतः उत्तर कोरिया द्वारा रूस को और सैनिक भेजने का मामला, यूक्रेन युद्ध को लेकर चल रही युद्धविराम वार्ता और किम जोंग-उन की संभावित रूस यात्रा शामिल हो सकती है।
यह वार्ता दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्यांग के शपथ ग्रहण के दिन हुई थी, इसलिए मंत्रालय के एक अधिकारी ने इस संभावना से इनकार नहीं किया कि इसमें अंतर-कोरियाई संबंधों और कोरियाई प्रायद्वीप की सुरक्षा स्थिति को लेकर चर्चा हुई होगी।
शोइगु की यह हाल की यात्रा तीन महीने से भी कम समय में दूसरी बार हुई है। यह यात्रा पिछले साल 19 जून को हुई आपसी रक्षा संधि पर हस्ताक्षर की पहली सालगिरह से पहले की गई है। इस संधि में कहा गया है कि अगर किसी भी पक्ष पर हमला होता है, तो उसे तुरंत सैन्य मदद दी जाएगी।
अप्रैल में उत्तर कोरिया ने पहली बार माना कि उसने यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई में मदद के लिए रूस को अपने सैनिक भेजे थे।
सियोल की खुफिया एजेंसी ने बताया कि उत्तर कोरिया ने अब तक लगभग 15,000 सैनिक रूस को भेजे हैं। माना जाता है कि इनमें से 4,700 से ज्यादा सैनिक घायल या मारे गए हैं, जिनमें करीब 600 की मौत हो चुकी है।

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