ऑपरेशन के दौरान 68 एफआईआर दर्ज, 1.8 किलो हेरोइन, 1.2 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद
गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 10 दिनों में 1436 तक पहुंची
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के तहत पंजाब पुलिस नशामुक्त प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध
103 एसपी/डीएसपी रैंक के अधिकारियों की निगरानी में 220 से अधिक पुलिस टीमों ने 610 संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी ली: विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला
चंडीगढ़, 10 मार्च:
राज्य से नशों को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा शुरू की गई मुहिम”युद्ध नशों विरुद्ध” के तहत पंजाब पुलिस ने लगातार 10वें दिन 538 स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान राज्यभर में 68 एफआईआर दर्ज कर 112 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही, सिर्फ 10 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 1436 हो गई है।
इस छापेमारी के दौरान गिरफ्तार नशा तस्करों के कब्जे से 1.8 किलोग्राम हेरोइन, 200 ग्राम अफीम, 15 किलो भुक्की, 3874 नशीली गोलियां/इंजेक्शन और 1.2 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है।
गौरतलब है कि यह ऑपरेशन पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव के निर्देशों पर राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ चलाया गया।
जिक्र योग्य है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस कमिश्नरों, डिप्टी कमिश्नरों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को अगले तीन महीनों में पंजाब को नशामुक्त प्रदेश बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। इसके अलावा, पंजाब सरकार ने नशों के खिलाफ अभियान की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अगुवाई में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी का गठन भी किया है।
विशेष डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने इस ऑपरेशन का विवरण देते हुए बताया कि 103 वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में 1600 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 220 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्यभर में छापेमारी की। इस दिनभर चले ऑपरेशन के दौरान 610 संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी ली गई।
विशेष डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार ने नशे के खात्मे के लिए तीन-स्तरीय रणनीति – प्रवर्तन, नशामुक्ति और रोकथाम (ई.डी.पी .) लागू की है। इसी नीति के तहत पंजाब पुलिस ने ‘नशा छुड़ाने के प्रयासों’ के तहत दो व्यक्तियों को नशा छोड़ने और पुनर्वास उपचार लेने के लिए सहमत कराया। इसके अलावा, नशा रोकथाम के तहत राज्यभर में 135 जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।