केंद्रीय गृह मंत्रालय ने CISF की पहली महिला बटालियन के गठन को मंजूरी दे दी है. सीआईएसएफ की नई महिला बटालियन में 1025 महिलाएं शामिल होंगी.
गृह मंत्रालय ने सीआईएसएफ (CISF ) की पहली पूर्ण महिला बटालियन की स्थापना को मंजूरी दे दी है. बुधवार (13 नवंबर) को गृहमंत्री अमित शाह ने CISF में महिला बटालियन की स्थापना की जानकारी देते हुए इसे ऐतिहासिक निर्णय बताया. अमित शाह ने कहा कि राष्ट्र निर्माण के हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के मोदी जी के सपने को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम उठाते हुए मोदी सरकार ने CISF की पहली महिला बटालियन की स्थापना को मंजूरी दे दी है.
गृह मंत्री ने बताया कहां होगी तैनाती
अमित शाह ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है “एक विशिष्ट सैन्य टुकड़ी के रूप में गठित की जाने वाली महिला बटालियन देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, जैसे हवाई अड्डों और मेट्रो रेल की सुरक्षा और कमांडो के रूप में वीआईपी सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी संभालेगी. यह निर्णय निश्चित रूप से राष्ट्र की रक्षा के महत्वपूर्ण कार्य में भाग लेने के लिए अधिक महिलाओं की आकांक्षाओं को पूरा करेगा”.
CISF में 7% से ज्यादा महिलाएं हैं कार्यरत
बता दें कि एक दिन पहले सीआईएसएफ ने जानकारी देते हुए बताया था कि CISF उन महिलाओं के लिए एक पसंदीदा विकल्प रहा है , जो केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में देश की सेवा करना चाहती हैं, जो वर्तमान में बल का 7% से अधिक है. महिला बटालियन के जुड़ने से देश भर में अधिक महत्वाकांक्षी युवा महिलाओं को सीआईएसएफ में शामिल होने और देश की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.
नई बटालियन के मुख्यालय के लिए जल्द होगी भर्ती
गृहमंत्रालय के सूत्रों से जो जानकारी मिली उसके मुताबिक सीआईएसएफ मुख्यालय ने नई बटालियन के मुख्यालय के लिए जल्द भर्ती, प्रशिक्षण और स्थान के चयन की तैयारी शुरू कर दी है. प्रशिक्षण को विशेष रूप से वीआईपी (VIP) सुरक्षा में कमांडो के रूप में विविध भूमिका निभाने में सक्षम एक विशिष्ट बटालियन बनाने और हवाई अड्डों, दिल्ली मेट्रो रेल कर्तव्यों की सुरक्षा के लिए डिजाइन किया जा रहा है.
दरअसल, 53वें सीआईएसएफ दिवस समारोह के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश के बाद महिला बटालियनों को तैयार करने का काम शुरू किया गया था.