असदुद्दीन ओवैसी ने एक्स पोस्ट में लिखा, “कमेटी का अध्यक्ष एकतरफा काम नहीं कर सकता है और समिति को सामूहिक तौर से काम करना होगा.”
आईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ बिल 2024 पर काम करने वाली संयुक्त कार्य समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल के कर्नाटका दौरे और उनके कथित संदिग्ध आचरण को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि समिति के अध्यक्ष ने बिना समिति की सहमति के कर्नाटका का दौरा किया, जबकि समिति के पास जांच के अधिकार नहीं हैं और इसका काम केवल बिल पर चर्चा करना है.
ओवैसी ने अपनी टिप्पणी में यह भी साफ किया कि समिति का कार्य एक सामूहिक प्रक्रिया है और अध्यक्ष इस मामले में अकेले कोई फैसले नहीं ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि कर्नाटका में पहले ही एक परामर्श आयोजित किया जा चुका है, और समिति इस मामले पर संसद की प्रक्रिया का पालन करती है. ओवैसी ने लोकसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि वे अध्यक्ष के इस संदिग्ध आचरण पर ध्यान दें और उचित कार्रवाई करें.
‘लोकसभा अध्यक्ष मामले को सुलझाएंगे’
असदुद्दीन ओवैसी ने एक्स पोस्ट में लिखा, “कमेटी का अध्यक्ष एकतरफा काम नहीं कर सकता है और समिति को सामूहिक तौर से काम करना होगा. हमने कर्नाटक में पहले ही परामर्श कर लिया था. हम संसदीय प्रक्रिया से बंधे हैं इसलिए हम समिति के गठन के बाद से अध्यक्ष के संदिग्ध आचरण की व्याख्या करने की स्थिति में नहीं हैं. मुझे उम्मीद है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के व्यवहार पर ध्यान देंगे.”
उन्होंने कहा कि समिति के गठन से लेकर अब तक अध्यक्ष के व्यवहार में कई ऐसे पहलू रहे हैं, जो सवालों के घेरे में हैं. ओवैसी ने उम्मीद जताई कि लोकसभा अध्यक्ष इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करेंगे और आवश्यक कदम उठाएंगे.