मध्य प्रदेश सरकार पहली बार राज्य में गोवर्धन पूजा मनाएगी. वहीं, कांग्रेस ने मोहन यादव सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं.
मध्य प्रदेश में जन्माष्टमी, दशहरा और शस्त्र पूजा के बाद अब राज्य सरकार गोवर्धन पूजा उत्सव मनाएगी. इतिहास में पहली बार सरकार की ओर से गोवर्धन पूजा कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. गोवर्धन पूजा के लिए प्रदेश के सभी जिलों, जनपदों, तहसीलों और गांवों में गौशालाओं पर सरकारी कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. अब इस संबंध में नीति सख्त हो गई है. कांग्रेस ने सीएम के फैसले पर उठाए सवाल.
प्रधानमंत्री डाॅ. कार्यक्रम में मोहन यादव समेत राज्य के मंत्री, विधायक और प्रशासनिक अधिकारी शामिल होंगे. इस संबंध में सीएम डाॅ. मोहन यादव ने बताया कि गोवर्धन पूजा और भाई दूज भी मनाया जाएगा. यह परंपरा समाज में आपसी खुशियों का जश्न है, जिसे सभी लोग मिलकर मनाएंगे।
कांग्रेस ने पूछे सवाल
वहीं, कांग्रेस सांसद आरिफ मसूद ने गोवर्धन पूजन के सरकारी आदेश पर आपत्ति जताई है. उन्होंने सीएम के गोवर्धन पूजन को बच्चों का फैसला बताया. मसूद ने सरकार की ओर से ऐसे आयोजन की जरूरत बताई. पुजारियों को गोवर्धन और शस्त्र पूजा करने का निर्देश क्यों दिया गया? यह हमेशा से ऐसा ही रहा है. अगर सरकार इतनी दयालु है तो उसे सड़कों पर गायों की देखभाल करनी चाहिए।’
दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह त्योहार सदियों से मनाया जाता रहा है.
आरिफ मसूद के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी सीएम मोहन यादव के फैसले की आलोचना की. उन्होंने सवाल किया कि क्या अब गोवर्धन पूजा सिर्फ प्रधानमंत्री के आदेश पर ही होगी. यह पूजा, गोवर्धन पूजा, सदियों से मनाई जाती रही है।