Income Tax Department: दिवालिया कार्रवाई में फंसी बायजू के लिए यह बड़ा झटका है. कंपनी पर कर्मचारियों का टीडीएस न भरने का आरोप उसे संकट के गहरे दलदल में ढकेल सकता है.
Income Tax Department: बायजू रविंद्रन (Byju Raveendran) की एडटेक कंपनी बायजू (Byju) की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. उनका एक संकट टल नहीं पाटा और दूसरा मुंह बाए खड़ा हो जाता है. हाल ही में बीसीसीआई के बकाया पैसों के भुगतान के केस में दिवालिया कार्रवाई तक पहुंच गई कंपनी के लगभग 6000 कर्मचारियों को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) की ओर से नोटिस मिला है. इनमें कंपनी के मौजूदा और पूर्व कर्मचारी शामिल हैं. इस सभी को टीडीएस (TDS) न चुकाने के लिए नोटिस भेजा गया है.
बायजू पर टीडीएस की रकम न भरने के लगे आरोप
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट 30 अगस्त तक बायजू से लगभग 10.1 करोड़ डॉलर की मांग कर चुका है. कंपनियां टीडीएस (Tax Deduction at Source) कर्मचारियों को सैलरी देने से पहले ही काट लेती हैं. इसे वापस हासिल करने के लिए कर्मचारियों को इनकम टैक्स रिटर्न भरना पड़ता है. बायजू पर आरोप है कि उसने टीडीएस की यह रकम इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को नहीं दी है. आर्थिक संकटों में फंसी बायजू के लिए यह तगड़ा झटका है. इससे निवेशकों और कर्मचारियों का विश्वास कंपनी पर और कम हो सकता है. यह जानकारी इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी बोर्ड ऑफ इंडिया (IBBI) को भी दे दी गई है.
रेजोल्यूशन प्रोफेशनल लगा रहे सारे बकाये की जानकारी
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की तरफ से नियुक्त किए गए रेजोल्यूशन प्रोफेशनल पंकज श्रीवास्तव को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह जानकारी लगाएं कि बायजू को किस-किस को बकाया चुकाना है. वह कर्जदारों, कर्मचारी, वेंडर और सरकार के विभिन्न विभागों से संपर्क कर रहे हैं. अब टीडीएस न भरने के आरोपों के चलते दिवालिया प्रक्रिया में कंपनी की स्थिति और खराब हो जाएगी. कंपनी पहले से ही अपने अमेरिकी निवेशकों के साथ विवाद में फंसी हुई है. बायजू रविंद्रन को सीईओ के पद से हटाने के प्रयास भी किए जा चुके हैं. कभी 22 अरब डॉलर की वैल्युएशन हासिल कर चुका यूनिकॉर्न स्टार्टअप बायजू अब लगभग न के बराबर वैल्युएशन पर आ चुका है.