FPI August 2024: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक लगातार बिकवाली करने के बाद जून के बीच से लिवाली करने लगे थे. अब अगस्त में उन्होंने फिर से बिकवाली शुरू कर दी है…
वैश्विक बाजारों में पिछले सप्ताह के अंत में शुरू हुई बिकवाली की लहर ने भारतीय बाजार को भी अपनी चपेट में ले लिया है. शुक्रवार 2 अगस्त को घरेलू बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी. घरेलू बाजार को गिराने में एक योगदान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों यानी एफपीआई ने भी दिया, जो करीब डेढ़ महीने की लिवाली के बाद एक बार फिर से बिकवाली करने लग गए हैं.
वैश्विक बिकवाली से बदला ट्रेंड
भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की खरीदारी जुलाई महीने में टॉप गियर में चल रही थी. करीब डेढ़ महीने लिवाली करने के बाद अगस्त महीने में उनक रुख अब बदला हुआ नजर आ रहा है. इस महीने हुए अब तक के दो दिन के कारोबार में ही विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक 1 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के भारतीय शेयर बेच चुके हैं. इसका कारण दुनिया भर के शेयर बाजारों में गिरावट का दबाव बढ़ना है.
अगस्त के दो दिन में इतनी बिकवाली
नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के आंकड़ों के अनुसार, अगस्त महीने के पहले दो दिन में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने कुल 1,027 करोड़ रुपये के भारतीय शेयरों की बिकवाली की. इससे 2024 में भारतीय शेयरों में एफपीआई का अब तक का कुल निवेश कम होकर 34 हजार 539 करोड़ रुपये पर आ गया.
जुलाई में खूब हुई थी खरीदारी
इससे पहले जुलाई महीने में एफपीआई ने भारतीय शेयरों की ताबड़तोड़ खरीदारी की थी और कुल आंकड़ा 30 हजार करोड़ रुपये के पार निकल गया था. एनएसडीएल के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई महीने में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के द्वारा भारतीय शेयरों में 32 हजार 365 करोड़ रुपये डाले गए थे. उससे पहले जून में उन्होंने भारतीय शेयरों में 26,565 करोड़ रुपये का निवेश किया था.
जून से पहले हो रही थी बिकवाली
भारतीय बाजार में एफपीआई लंबी बिकवाली के बाद जून महीने से लिवाली की राह पर लौटे थे. जून से पहले मई महीने में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 25,586 करोड़ रुपये के भारतीय शेयरों की बिकवाली की थी. वहीं वित्त वर्ष के पहले महीने यानी अप्रैल 2024 में एफपीआई ने 8,671 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी. कैलेंडर ईयर के हिसाब से देखें तो साल की शुरुआत ही बिकवाली से हुई थी. जनवरी में एफपीआई ने 25,744 करोड़ रुपये के भारतीय शेयरों की बिकवाली की थी. एफपीआई ने फरवरी 2024 में 1,539 करोड़ रुपये और मार्च में 35,098 करोड़ रुपये के भारतीय शेयरों की खरीदारी की थी.