केरल के वायनाड भूस्खलन में मरने वालों की संख्या शनिवार को 358 तक पहुंच गई. सरकार मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है.
वायनाड में भूस्खलन से 358 लोगों की मौत
केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन की वजह से अब 300 से ज्यादा लोगों की मौत गई है और सैकड़ों लोग अभी भी लापता हैं.
मलबे में अभी भी फंसे लोगों को बचाने के लिए 1,300 से अधिक बचावकर्मियों, भारी मशीन और अत्याधुनिक उपकरणों को तैनात किया गया है.
इसी बीच मलबे के नीचे फंसे लोगों का पता लगाने के लिए सक्षम रडार तैनात किए जाएंगे. इस बात की जानकारी रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने दी है.
उन्नत रडार उपकरणों को तैनात करने का अनुरोध केरल सरकार ने किया था. इसमें एक जेवर रडार और चार रीको रडार शामिल हैं.
जेवर रडार और चार रीको रडार को उनके संचालकों के साथ भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के विमान से दिल्ली से लाया जाएगा.
मुंडक्कई क्षेत्र और चलियार नदी के किनारे बसे प्रभावित गांवों में इस समय बचाव् अभियान तेजी से चल रहा है. यहां से कई लोगों के शव बरामद किए गए हैं.
रडार तैनात किए जाने से भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्यों में तेजी आएगी.
यहां पर सशस्त्र बलों, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपातकालीन कर्मियों की विशेषज्ञ टीमें बचाव अभियान में लगी हुई है.
इसी बीच मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल भी बचाव कार्यों में शामिल हो गए हैं. मोहनलाल लेफ्टिनेंट कर्नल भी हैं.