खजाना खत्म होने की खबरों के बीच सऊदी अरब में जमीन में दफन करोड़ों डॉलर के खजाने का भंडार मिला है. रविवार (25 फरवरी) को सऊदी अरब की सरकार ने बताया कि तेल कंपनी अरामको को जाफुराह क्षेत्र में 15 ट्रिलियन क्यूबिक फीट गैस मिली है. इससे देश के ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा. ऊर्जा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इसकी पुष्टि की है.
सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री प्रिंस अबुल्लाअजीज बिन सलमान ने यह भी बताया कि आरमको के जाफुराह क्षेत्र में अतिरिक्त भंडार में 15 ट्रिलियन क्यूबिक फीट गैस के साथ दो अरब बैरल कंडेनसेट भी मिला है. इस खजाने से ऊर्जा क्षेत्र में संसाधनों की मात्रा 229 ट्रिलियन मानक क्यूबिक फीट गैस और 75 बिलियन बैरल कंडेनसेट होने का अनुमान है.
पिछले साल भी सऊदी अरब को मिला था ऐसा खजाना
अरब न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर 2023 में भी सऊदी अरब सरकार ने बताया था कि पूर्वी प्रांत में भी प्राकृतिक गैस के दो क्षेत्रों की खोज की गई थी. बताया गया कि प्राकृतिक गैस की खोज अल-हिरन और अल-महाकेक दो कुओं में की गई थी. जाफुराह गैस क्षेत्र सऊदी अरब के पूर्वी प्रांत में घावर तेल क्षेत्र के दक्षिण-पूर्व में स्थित है. रियाद ने इस क्षेत्र को विकसित करने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है. इसके लिए ऊर्जा कंपनी सऊदी आरामको ने 2021 में 10 बिलियन डॉलर के अनुबंध दिए थे. उस वक्त जाफुराह में पूंजीगत व्यय विकास के पहले 10 सालों में 68 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद थी.
जाफुराह में प्राकृतिक गैस का उत्पादन 2030 तक शेल गैस के 2 बिलियन मानक क्यूबिक फीट प्रति दिन तक पहुंचने की उम्मीद है. इसमें 418 मिलियन एससीएफडी ईथेन और लगभग 6,30,000 बैरल प्रतिदिन गैस जैसे पदार्थ होंगे. इससे सऊदी अरब दुनिया के सबसे बड़े प्राकृतिक गैस उत्पादकों में से एक बन जाएगा.
खत्म हो रहा सऊदी अरब का खजाना
सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अलह सऊद देश-विदेश में मेगाप्रोजेक्ट्स पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं. इसके चलते किंगडम के पब्लिक इंवेस्टमेंट फंड की नकदी और राजकोषीय संपत्ति में बड़ी गिरावट देखी गई है. वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार सऊदी अधिकारियों ने बताया कि 2022 से अब तक इसमें भारी गिरावट देखी गई है. उसके पास प्रोजेक्ट्स के लिए पैसे कम पड़ रहे हैं और तेल की कीमतों में बढ़ोतरी न होने की वजह से मुश्किलें और बढ़ गई हैं.