मुख्यमंत्री मनोहरलाल का किसानों से संवाद
विभिन्न वर्गों के लोगों से बात करते हुए यह मेरा 50वां संवाद
आज उन किसान भाइयों से संवाद जिनके फ़सलें बाढ़ से प्रभावित हुई और उन्हें मुआवज़ा मिला
इनमें वे किसान भी शामिल है जिन्होंने फ़सल ख़राब होने के बाद दोबारा बिजाई कि उन्हें भी प्रति एकड़ 1 मुश्त 7 हज़ार रुपया का मुआवज़ा मिला
सरकार ने प्राकृतिक आपदा से ख़राब हुई फ़सल के लिए किसानों को दी जाने वाली मुआवज़ा राशि 10,हज़ार रुपये एकड़ से बढ़ाकर 15 हज़ार रुपया की
अब तक किसानों को 11, हज़ार करोड़ रुपये की मुआवज़ा राशि दी गई,जिसमें पिछली सरकार के 269 करोड़ रुपया के बकाया राशि भी शामिल,पिछली सरकार द्वारा 10 वर्षों में केवल 1158 करोड़ रुपया का दिया गया मुआवज़ा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 15वीं किस्त जारी की,उसके लाभार्थी भी आज हमारे साथ संवाद में जुड़े
इस किस्त मेंप्रदेश के 8 लाख 70हज़ार किसानों को 175 करोड़ रुपया मिले
इन्हें मिलाकर कुल 15 किस्तों में किसानों को लगभग 15हज़ार करोड़ रुपये किए जा चुके हैं प्रदान
पराली प्रबंधन में हरियाणा को आदर्श राज्य बनाकर गौरवान्वित करने वाले किसान भी आज के संवाद में जुड़े
पिछले दिनों प्रदूषण के एक मामले की सुनवाई करते हुए माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी पंजाब सरकार को कहा कि आपको हरियाणा से सीखना चाहिए
आप सभी किसान भाइयों को विशेष तौर पर बधाई जिन के प्रयासों से प्रदेश में पराली जलाने की घटनाएँ कम हुई
हरियाणा सरकार खेत में बीज बोने से लेकर मंडी में फ़सल की बिक्री तक हर क़दम पर किसानों के साथ
इसी साल जुलाई माह में बाढ़ के कारण 12 ज़िलों के1469 गाँव और 4 शहर प्रभावित हुए
प्राकृतिक आपदाओं से नुक़सान के सत्यापन और प्रभावित लोगों को मुआवज़े के वितरण के प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल शुरू किया गया
इसके माध्यम से जुलाई 2023 के बाद प्रभावित लोगों को 112 करोड़ 21 लाख रुपया का मुआवज़ा राशि दी गई
इसमें फ़सल ख़राबे के लिए 34511 किसानों को 97 करोड़ 93 लाख की राशि भी की गई प्रदान
इनमें 49 हज़ार एकड़ का वह क्षेत्र भी शामिल जिसकी पुन: बिजाई कर दी गई थी
हमारे किसानों के प्रयासों से प्रदेश में पराली जलाने की घटनाएँ 36 फ़ीसदी कम हुई
ICAR की 22 नवंबर तक की रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा में पराली जलाने के 2 हज़ार के क़रीब मामले जबकि पड़ोसी राज्य पंजाब में 36,000 से अधिक मामले पता लगे
सरकार ने प्रणाली के प्रबंधन के लिए विकल्प तैयार किया पूरे देश में अनूठी पहल करते हुए प्रणाली की ख़रीद के लिए 2500रुपया प्रति टन निर्धारित की गई
20 फ़ीसदी से कम नमी वाली फ़सल की पराली की ख़रीद के समय 500 सौ रुपया प्रति टन की दर से अतिरिक्त भुगतान करने का भी किया गया प्रावधान
अतिसंवेदनशील गाँव की श्रेणी से निकलकर शून्य फ़सल अवशेष जलाने की श्रेणी में आने वाली पंचायतों को 1 लाख रुपया ,संवेदनशील गाँव की श्रेणी से निकलकर शून्य फ़सल अवशेष जलाने की श्रेणी में आने वाली पंचायतों को 50 हज़ार रुपया का दिया जाता है ईनाम
पानी को बचाने के लिए सरकार ने मेरा पानी मेरी विरासत योजना चलायी
इसके तहत धान क्षेत्र के अन्य फसलों के विविधिकरण के लिए 7 हज़ार रुपया प्रति एकड़ की दर से दिया जाता है अनुदान
अब तक 118 करोड़ रुपया की वित्तीय सहायता किसानों को दी गई है
वर्ष 2018 से अब तक प्रदेश में 6794 कस्टम हायरिंग सेंटर फ़सल अवशेष जलाने से प्रदूषण रोकने के लिए स्थापित किए गए
किसानों को 80 हज़ार से अधिक फसल अवशेष प्रबंधन उपकरण उपलब्ध कराए गए
इन उपकरणों पर कस्टम हायरिंग सेंटर पर 50 फ़ीसदी और किसानों को 80 फ़ीसदी तक का दिया जाता है अनुदान
राज्य के किसानों को अब तक 685 करोड़ रुपया की सब्सिडी दी गई चालू वित् वर्ष में अब तक 6130 मशीनें किसानों द्वारा अनुदान पर ख़रीदी गई
अब तक 1 लाख 42 हज़ार किसानों ने 13 लाख एकड़ धान क्षेत्र को प्रतिबंधित करने का पंजीकरण कराया
प्रदेश में 2 लाख 50, हज़ार एकड़ भूमि में फ़सल अवशेष और पूसा डी कंपोजर किट किसानों को नि शुल्क उपलब्ध कराई गई
हमनें खेतों में प्रणाली का उपयोग कर बिजली बनाने के लिए कुरुक्षेत्र,कैथल,फ़तेहाबाद और जींद में बायोमॉस परियोजना लगायी जिनसे 30 मेगावाट बिजली होती है उत्पादन
पराली का उपयोग जैव ईधन बनाने में भी किया जाता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 अगस्त 20 22 को पानीपत रिफ़ाइनरी में 2G एथनॉल प्लांट का लोकार्पण किया
2G के बाद अब 3G प्लांट भी पानीपत रिफ़ाइनरी में लगा जो दुनिया का पहला रिफ़ाइनरी ऑफ़ गैस आधारित से 3जी एथनॉल प्लांट
2जी एथनॉल प्लांट में प्रणाली की खपत सुनिश्चित करने के लिए 1 हज़ार रुपया प्रति एकड़ की दर से अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जाता है
गौशाला में भी पराली की खपत को सुनिश्चित करने के लिए 500 रुपया प्रति एकड़ की दर अधिकतम 15 हज़ार रुपया प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान
हरियाणा में 500-800 के बीच प्रगतिशील किसान, ये सभी प्रगतिशील किसान दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा बने
अफ़्रीका समेत दूसरे देशों में किसानों को वहां का अध्ययन करने के लिए भेजने का लक्ष्य