एंकर। नोएडा में गांव से भी बदतर स्थिति में स्थानीय लोग जीने को मजबूर मूलभूत सुविधा भी नहीं मिल रही ।सड़के टूटी सड़कों पर नाली सीवर का पानी भरा है टूटी सड़कों पर कई बार महिला व बुजुर्ग गिर कर चोटिल हो गए हैं और आधा दर्जन के करीब लोगो को फैक्चर भी हुआ इन्ही टूटी सड़कों की वजह से कुछ लोग यहां से पलायन भी कर चुके हैं और कुछ पलायन करने के लिए तैयार है।
क्योंकि यहां पर दबंग बिल्डर लगातार होटल पर होटल बनाए जा रहे हैं जिससे यहां पर रहने वाली बहन बेटीया माताएं सुरक्षित नहीं है आने-जाने वाले लोग इन पर गंदी-गंदी टिप्पणियां करते हैं। दबंग बिल्डर प्राधिकरण के अधिकारियों को मोटी रकम देकर 5-5 मंजिल होटल बना रहे हैं इनमें गलत गतिविधियां चला चल रही है
ग्रेटर नोएडा ।अंसल हाउसिंग गोल्फ लिंक 1 के स्थस्नीय लोगो ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्राधिकरण के अधिकारियों पर बिल्डरों के साथ मिलने का आरोप लगाया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि भवनों के निर्माण मैं नियमों की अनदेखी व रिहायशी क्षेत्र में कमर्शल गतिविधियां तेजी से चल रजी जस।
प्राधिकरण के अधिकारियों ने सेक्टर ओमेगा वन स्थिति अंसल हाउसिंग सोसायटी में 49 भावनाओं पर सीलिंग की कार्रवाई की थी। और कुछ के ध्वस्तीकरण के आदेश भी दिए थे।
यहां के स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत ग्रेटर नोएडा के सीईओ, कमिश्नर, मुख्यमंत्री पोर्टल यहां तक की मुख्यमंत्री से मिलकर भी शिकायत की है ।
स्थानीय महिलाओं का कहना है कि यहां पर जो मूलभूत सुविधा है वह भी प्राधिकरण के अधिकारी नहीं दे रहे ।
यहां की सड़के टूटी हुई है सड़कों का बुरा हाल है कई बार गिरने से बुजुर्ग व महिला को फैक्चर भी हुए हैं।
मोटरसाइकिल स्कूटी चलाने से गिर जाती है और लोगों को छोटे आई।
गंदगी का अंबार लगा हुआ है। चारों तरफ सोसाइटी में सड़क पर नाली का सीवर का पानी बड़ा है।
यहां रेसिडेंट सोसाइटी में बिल्डरों ने अधिकारियों से साठगांठ कर के होटल खोल लिए है। यहां पर आप महिला का निकलना जिस्वर हो रहा है यहां पर तरह प्रकार के लोग आते हैं महिलाओं और बहन बेटियों को गंदे गंदे कमेंट करते हैं इसकी शिकायत हमने पुलिस में और प्राधिकरण के अधिकारियों से कई बार कर चुके है लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां पर ढाई मंजिल से ज्यादा नक्शा पास नहीं होता लेकिन यहां पर अधिकारी से मिलकर 5-5 मंजिल ऊंची इमारतें बन कर तैयार हो रही है।
होटल खोले जा रहे हैं। इन होटल में वेश्यावृत्ति शराब आदि नशे कराए जाते हैं। पीछे कुछ हफ्ते पहले इन्हीं होटल में से महिलाओं और युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया था और जेल भेजा था।
स्थानीय लोगों ने कहा कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की फाइलों में में यहां होटल 49 सील दिखये गए है।
लेकिन हकीकत में यहां एक भी होटल सीलनहीं है और होटल में लगातार कार्य चल रहा है। जब हमने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से कैमरे पर इस मामले में पूछना चाहा तो उन्होंने कैमरे पर बोलने मना कर दिया और अधिकारियों कहना है की सीलिंग करने के बाद जल्द इन पर कार्रवाई की जाएगी।
हमारे ANB न्यूज ग्रेटर नोएडा संवाददाता प्रवीण अरोड़ा ने
स्थानीय महिलाओं, व बुजुर्ग लोगो से बात कर के उनकी समस्या जानने का प्रयास किया और मूलभूत सुविधा मिल रही है या नहीं यह भी पूछा क्या कहा स्थानीय लोगों ने आप भी सुनिए।