
बिहार में एनडीए की जीत के बाद झारखंड में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और भाजपा के शीर्ष नेता के बीच हाल ही में हुई मुलाकात में संभावित गठबंधन और डिप्टी सीएम पद पर चर्चा हुई। झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के पास अभी भी बहुमत सुरक्षित है, लेकिन वित्तीय संकट और अधर में लटके वादों के कारण हेमंत सरकार के सामने चुनौतियां हैं। वहीं, भाजपा अपने राजनीतिक समीकरण सुधारने और आदिवासी समुदाय में पकड़ मजबूत करने के लिए झामुमो से निकटता बनाने पर विचार कर रही है। राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि झारखंड की राजनीति अब नए गठबंधन, शक्ति-संतुलन और दिशा परिवर्तन के मोड़ पर खड़ी है, और जल्द ही कोई बड़ा ऐलान संभव है।

