
महाराष्ट्र के कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका क्षेत्र में बीजेपी और एकनाथ शिंदे गुट के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। राज्यभर में एक-दूसरे के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को जोड़ने की कवायद ने दोनों दलों के रिश्तों में और खटास घोल दी है। इसी बीच, केडीएमसी में दोनों दलों का गठबंधन टूटने के संकेत तेज हो गए हैं। डोंबिवली में एक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष रवींद्र चव्हाण ने आगामी KDMC चुनाव स्वबल पर लड़ने के संकेत देते हुए ‘कमल’ के उम्मीदवारों को चुनने की खुली अपील की। उनका बयान—“इस बार कमल के निशान वाले उम्मीदवार को ही वोट दें”—ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
रवींद्र चव्हाण ने नगरसेवकों पर तंज कसते हुए कहा कि विकास निधि देना उनका काम है, लेकिन ज़मीनी काम नगरसेवकों को ही करना चाहिए। साथ ही उन्होंने इशारों में कहा कि कुछ नगरसेवकों ने अपेक्षा के मुताबिक काम नहीं किया। कार्यक्रम में बीजेपी नेताओं के साथ मनसे के ज़िला अध्यक्ष प्रकाश भोईर की मौजूदगी ने भी राजनीतिक संदेश को और गहरा कर दिया।

