सीबीएसई बोर्ड की आंसर शीट की जांच केवल बोर्ड की तरफ से नियुक्त किए गए टीचर ही करते हैं. इसके लिए पहले स्कूल अपने योग्य और एक्सपीरियंस टीचर्स की लिस्ट सीबीएसई को भेजते हैं.

सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं जल्द शुरू होने वाली है. परीक्षाओं को लेकर स्टूडेंट्स भी अपनी-अपनी तैयारी में लग चुके हैं. वहीं परीक्षा देने के बाद ज्यादातर स्टूडेंट्स के मन में यही चिंता होती है कि उनकी कॉपियां कौन चेक करेगा और उन्हें नंबर कौन देगा. इसके अलावा एक सवाल यह भी उठता है कि टीचर्स को कॉपी चेक करने के बदले में कितना पैसा मिलता है. चाहे सीबीएसई बोर्ड हो या यूपी बोर्ड कॉपी की जांच की प्रक्रिया बहुत गोपनीय और नियमों के तहत होती है. ऐसे में चलिए आज हम आपको बताते हैं कि किस तरह कॉपियां चेक करने के लिए टीचर्स का चयन होता है और उन्हें कॉपी चेक करने के लिए कितना पैसा मिलता है.
सीबीएसई की कॉपियां कौन करता है चेक?
सीबीएसई बोर्ड की आंसर शीट की जांच केवल बोर्ड की तरफ से नियुक्त किए गए टीचर ही करते हैं. इसके लिए पहले स्कूल अपने योग्य और एक्सपीरियंस टीचर्स की लिस्ट सीबीएसई को भेजते हैं. इसके बाद बोर्ड इन नाम की जांच कर योग्य टीचर्स को कॉपियां जांचने की जिम्मेदारी देता है. सीबीएसई की कॉपियां चेक करने वाली टीम की भी कई भूमिकाओं में बंटी होती है. इनमें हेड एग्जामिनर होते हैं जो मूल्यांकन की पूरी प्रक्रिया की निगरानी करते हैं. इसके बाद असिस्टेंट एग्जामिनर होते हैं जो स्टूडेंट की कॉपियां चेक करते हैं और फिर स्क्रूटिनाइजर होते हैं जो नंबर देने के बाद कॉपियों की दोबारा जांच कर गलतियां सुधारते हैं.
कैसे होती है कॉपी चेकिंग?
सीबीएसई कॉपियों की पूरी जांच पारदर्शिता और नियमों के अनुसार करती है. सीबीएसई की कॉपी पर छात्रों का नाम नहीं बल्कि एक गोपनीय कोड होता है. वहीं कॉपी चेकिंग केंद्र पूरी तरह गोपनीय रखे जाते हैं इसके अलावा कई जगह पर कॉपियां स्कैन कर डिजिटल मार्किंग भी कराई जाती है. वहीं एग्जामिनर मार्किंग स्कीम को समझ कर ही कॉपियां चेक करते हैं. इसके अलावा लास्ट में मुख्य परीक्षक यह सुनिश्चित करते हैं कि किसी छात्र के साथ अनुचित सख्ती या लापरवाही न हो.
कॉपी चेक करने के लिए सीबीएसई टीचर्स को कितना देता है पैसे?
रिपोर्ट्स के अनुसार दसवीं की एक कॉपी चेक करने के लिए सीबीएसई टीचर को 25 रुपये देता है. वहीं 12वीं की एक कॉपी चेक करने के लिए 30 रुपये देता है. इसके अलावा सीबीएसई टीचर्स को ट्रैवल अलाउंस 250 रुपये और भोजन भत्ता 75 रुपये भी देता है.
यूपी बोर्ड कितना देता है पैसा?
यूपी सरकार ने परीक्षा केंद्र, मूल्यांकन केंद्र और कलेक्शन सेंटर का काम करने वाले प्रिंसिपल, टीचर्स और कर्मचारियों का पारिश्रमिक बढ़ा दिया है. ये दरें इस बार एकेडमिक सेशन 2025-26 से लागू होगी. नए आदेशों के अनुसार यूपी बोर्ड में केंद्र व्यवस्थापक को 200 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिलेंगे. वहीं रूम इंचार्ज को 100 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिलेंगे. इसके अलावा क्लर्क को 40 रुपये पर शिफ्ट और बंडल वाहक को 20 रुपये पर शिफ्ट मिलेंगे. यूपी बोर्ड के अनुसार मूल्यांकन केंद्र मुख्य नियंत्रक एवं उपनियंत्रक को प्रति एग्जामिनर 6 के बजाय अब 8 रुपये मिलेंगे. वहीं असिस्टेंट डिप्टी कंट्रोलर को प्रति एग्जामिनर 5 की बजाय 7 रुपये मिलेंगे.

