
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को ऐलान किया कि भारत पहली बार अमेरिका के साथ एलपीजी खरीद को लेकर एक दीर्घकालिक समझौता करने जा रहा है। अमेरिकी हाई टैरिफ के बाद दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों में आई खटास अब कम होती दिख रही है, और इस नई डील को दोनों देशों के रिश्तों में सकारात्मक बदलाव के रूप में देखा जा रहा है।
भारत–अमेरिका LPG डील का बड़ा महत्व
यह समझौता भारत के लिए रणनीतिक रूप से बेहद अहम माना जा रहा है। मंत्री पुरी के अनुसार, दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती एलपीजी मार्केट—भारत ने औपचारिक रूप से अमेरिकी सप्लायर्स के लिए अपना बाजार खोल दिया है। सरकार का कहना है कि इस लंबे समय के समझौते से देश की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी, क्योंकि यह वैश्विक अस्थिरता के बीच एलपीजी आपूर्ति के स्रोतों में विविधता लाने में मदद करेगा।
पुरी ने बताया कि सरकार की शीर्ष प्राथमिकता लोगों को किफायती कीमतों पर एलपीजी उपलब्ध कराना और ऊर्जा सुरक्षा को और बेहतर बनाना है। ऐसे में यह डील आने वाले वर्षों में भारत की ऊर्जा जरूरतों को स्थिर और सुरक्षित बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगी।

