Delhi Blast:पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने कहा कि हमें देश के लिए बहुत अधिक सतर्क रहना होगा। इतना सारा सामग्री इतनी आसानी से एकत्रित नहीं होता। हमें इस देश में पुलिसिंग करनी है बहुत समझदारी से।

दिल्ली धमाके और हाल ही में हुए आतंकी मॉड्यूल के खुलासे पर पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि ये अभी भी हमारे देश से नहीं जाएंगे क्योंकि हमारा पड़ोसी बहुत दुखी और परेशान है, वह हार चुका है। इसलिए उसे दुख सहने के लिए ऐसी क्रियाएं जारी रखनी होंगी। इन ग्रुप्स में पैसे की खेल है क्योंकि वे आतंकी गतिविधियां नहीं करेंगे तो पैसा कैसे कमाएंगे? इसलिए यह चलता रहेगा। हमें अपने पड़ोसियों की क्रियाओं पर नजर रखनी होगी कि वह क्या कर रहे हैं। इतने सारे सामग्री को इतनी आसानी से एकत्रित नहीं किया जा सकता। इन धोखेबाजों को पहचानना आवश्यक है।
उन्होंने आगे कहा, “हमारे देश को बहुत ज्यादा अलर्ट रहना पड़ेगा और खुद को कट्टरपंथ से बचाना होगा। अपने धर्म को आतंकी गतिविधियों के लिए नहीं बल्कि अच्छे कर्मों के लिए लगाना होगा। जबतक ये समझ नहीं बढ़ेगी, ये आतंकवादी हमले होते रहेंगे। हमें बहुत समझदारी से इस देश में पुलिसिंग करनी है। मुझे लगता है इंटेलिजेंस और पुलिस का जांच, रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहिए।”
इतना सामान आसानी से इकट्ठा नहीं होता-किरण बेदी
किरण बेदी ने यह भी कहा, “वर्तमान समय में सामुदायिक पुलिस की भूमिका पर सवाल उठते हैं। हमें अपने पड़ोसियों पर ध्यान देना होगा कि वे क्या कर रहे हैं। इतनी सारी वस्तुएं इतनी आसानी से नहीं इकट्ठी होती हैं। गांव के प्रमुख और RWA से यह सवाल करना होगा कि तुम यहाँ रहने आए थे, लेकिन गोदाम क्यों बना रहे हैं। गोदाम में क्या रखा जा रहा है? यह सवाल हमें पूछना चाहिए और अगर उसका जवाब संतोषजनक नहीं है, तो समय पर पुलिस को सूचित करें। यह हमारे देशवासियों का एक कर्तव्य है।”
गद्दारों को पहचानना पड़ेगा- किरण बेदी
उन्होंने आगे कहा, “ये विश्वासघाती हैं, हमें इन्हें पहचानना पड़ेगा। विश्वासघाती कोई भी हो सकता है लेकिन अगर देश में विश्वासघाता करता है, देश में ही रहकर फायदा उठाता है और देश को ही नुकसान पहुंचाता है तो इसका इलाज सावधानी है। कौन किसको किराए के लिए मकान दे रहा है, कौन किसको सामान रखने के लिए गोदाम दे रहा है। कौन पड़ोसी सामान इकट्ठा कर रहा है? यह स्थिति खतरनाक है।”
‘गद्दारों को ढूंढना अब हमारा कर्तव्य’
पूर्व आईपीएस अधिकारी ने यह भी कहा, “पुलिस और खुफिया एजेंसियां अपना काम कर रही हैं और दिखाती हैं कि कैसे जोश से काम किया जा रहा है। दूसरी बात है कि सभी राज्यों की पुलिस, जैसे- यूपी पुलिस, हरियाणा पुलिस, जम्मू-कश्मीर पुलिस, राजस्थान पुलिस, सभी क्षेत्रीय पुलिस साथ मिलकर काम करें। मेरा मानना है कि एक तरफ पुलिस साथ मिलकर काम करे और दूसरी ओर समुदाय की पुलिसिंग करे, अपनी-अपनी जिम्मेदारी ले और देशभक्ति का परीक्षण पास करे। इन देशद्रोहियों को खोजना अब हमारा कर्तव्य है। उन पर नजर रखना और पुलिस को सूचित करना, यह अब हमारी चुनौती है।”
दिल्ली के लाल किले क्षेत्र के पास सोमवार (10 नवंबर) को उच्च तीव्रता वाले विस्फोट से कार में हलचल मच गई थी, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए थे। इस पूरे आतंकी मास्टरमाइंड के रूप में डॉक्टर उमर मोहम्मद को बताया जा रहा है, जो इस धमाके में मारा गया है।

