
Emergency Fund: क्यों जरूरी है और कैसे करें सही प्लानिंग
भविष्य को लेकर अक्सर लोग चिंतित रहते हैं, लेकिन बहुत कम लोग ऐसी परिस्थितियों के लिए तैयारी करते हैं। अगर कभी नौकरी चली जाए या बिजनेस में घाटा हो जाए, तो ऐसी स्थिति में आर्थिक स्थिरता बनाए रखने के लिए इमरजेंसी फंड बेहद ज़रूरी होता है। एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि हर व्यक्ति को अपनी आय और खर्चों के हिसाब से इमरजेंसी फंड तैयार करना चाहिए।
यह फंड आपकी जरूरत के समय सहारा बनता है। आमतौर पर, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि आपकी 3 से 6 महीने की मासिक आय के बराबर रकम इमरजेंसी फंड में होनी चाहिए। इससे नौकरी छूटने या आमदनी बंद होने पर भी आपके नियमित खर्च आसानी से पूरे हो सकते हैं।
इमरजेंसी फंड को कहां रखें?
जानकारों का मानना है कि इमरजेंसी फंड को सेविंग अकाउंट में रखना बेहतर होता है ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत निकासी की जा सके। हालांकि, सेविंग अकाउंट में ब्याज दर कम होती है, इसलिए कुछ हिस्सा सुरक्षित निवेश विकल्पों में लगाया जा सकता है।
निवेश से पहले यह सुनिश्चित करें कि जरूरत पड़ने पर पैसे आसानी से निकाले जा सकें और किसी तरह का नुकसान न हो।
एफडी में निवेश अच्छा विकल्प
इमरजेंसी फंड के एक हिस्से को फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में रखना एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है। विशेषज्ञ छोटी अवधि वाली एफडी चुनने की सलाह देते हैं, ताकि इमरजेंसी के वक्त पैसों के लिए लंबा इंतजार न करना पड़े। इस तरह आप अपने फंड को सुरक्षित भी रख सकते हैं और उस पर थोड़ा ब्याज भी कमा सकते हैं।

