पाकिस्तान के न्यूक्लियर टेस्ट के संबंध में अमेरिका ने एक बड़ा खुलासा किया है। ट्रंप ने बताया कि रूस, चीन, उत्तर कोरिया और पाकिस्तान जैसे देश अणु परीक्षण कर रहे हैं।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह दावा किया है कि पाकिस्तान अंडरग्राउंड न्यूक्लियर टेस्ट कर रहा है। ट्रंप ने इसके बारे में कहा है कि हल्के भूकंप के झटके इस परीक्षण के नतीजे हो सकते हैं।
यह बताया जा रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कम से कम तीन परमाणु ठिकानों पर ब्रह्मोस मिसाइल से हमला किया था। इस हमले में पाकिस्तान के किराना हिल्स (सरगोधा), नूर खान एयरबेस और रहीम यार खान बेस पर धावा किया गया था और रात के वक्त बमबारी की गई थी।
पाकिस्तान की न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग का भंडाफोड़
इन हमलों के दौरान पाकिस्तान के न्यूक्लियर कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पूरी तरह से नष्ट हो गए थे। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सेना ने इस बात की घोषणा की थी कि इन हमलों के बाद पाकिस्तान की न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग का अंत हो गया है। भारत के इस दावे के बीच, ट्रंप द्वारा दिया गया बयान भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दक्षिण कोरिया से वापस आने के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मिलकर, ट्रंप ने एक टीवी चैनल में दुनियाभर में हो रहे परमाणु परीक्षणों के बारे में बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि रूस, चीन, उत्तर कोरिया और पाकिस्तान जैसे देश एटमी परीक्षण कर रहे हैं और इस पर, अमेरिका भी 33 साल बाद न्यूक्लियर परीक्षण करने जा रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति का न्यूक्लियर टेस्ट को लेकर दावा
चैनल की एंकर ने यह दावा किया है कि ये देश (रूस, चीन इत्यादि) परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम मिसाइलों का परीक्षण कर रहे हैं, न कि न्यूक्लियर टेस्ट। ट्रंप ने बताया कि सभी देश अमेरिका की तरह खुले विचारों के नहीं हैं। उनके अनुसार, इन देशों में परमाणु परीक्षणों के बारे में कोई रिपोर्टिंग नहीं होती है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि इन परीक्षणों को धरती के नीचे किया जाता है, जिससे किसी को कानों-कान खबर नहीं लगती, लेकिन ट्रंप ने यह भी जरूर कहा कि इन परीक्षणों के दौरान धरती में हल्की कंपन (झटके) जरूर होती है.
पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर झटके
विशेष बात यह है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर कई दिनों तक हल्के-हल्के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उस समय, यह संदेह उठाया गया था कि ये झटके पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण के कारण हो सकते हैं, लेकिन किसी स्पष्ट सबूत का पता नहीं चला था।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, अमेरिका और पाकिस्तान के बीच संबंध काफी मजबूत हो गए हैं। ट्रंप के आमंत्रण पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर ने व्हाइट हाउस का दौरा किया था। इससे यह संभावना है कि मुनीर या शहबाज ने ही परमाणु परीक्षण की जानकारी ट्रंप को दी हो।
साम्राज्य इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) के एक पूर्व अधिकारी ने हाल ही में बताया कि अमेरिका की जिम्मेदारी है पाकिस्तान के परमाणु हथियारों का प्रबंधन करना। इस अधिकारी ने कई वर्षों तक पाकिस्तान में काम किया है। एक ग्लोबल थिंक टैंक, सिपरी की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के पास 170 परमाणु हथियार हैं। वहीं भारत के पास 172 एटमी हथियार हैं।
दुनियाभर में 12,405 परमाणु हथियार
साल 2018 में खुद पीएम मोदी ने परमाणु पनडुब्बी INS अरिहंत की पहली पेट्रोलिंग पर देश के न्यूक्लियर ट्रायड यानी जल, थल और आकाश में परमाणु शक्ति बनने की जानकारी दी थी. सिपरी की मानें तो इस वक्त दुनियाभर में 12,405 परमाणु हथियार हैं.
इनमें सबसे ज्यादा रूस के भंडार में 5580 हैं. 5328 हथियारों के साथ अमेरिका दूसरे स्थान पर और चीन (500) तीसरे स्थान पर है. इंग्लैंड और फ्रांस के पास क्रमश: 225 और 290 हैं, जबकि उत्तर कोरिया के पास 50 और इजरायल के पास 90 हैं.

