बिहार चुनाव: विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के नेता मुकेश सहनी को महागठबंधन ने उपमुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में चुना है। आरजेडी ने वीआईपी को 18 सीटें आवंटित की हैं।

भाजपा के आईटी विभाग के राष्ट्रीय प्रभारी अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी के हालिया बयान को लेकर तीखा हमला बोला है। मालवीय ने कहा कि सहनी खुद मान रहे हैं कि लालू यादव के राज में यादव समाज द्वारा मल्लाह/निषाद समुदाय पर अत्याचार किए गए, ऐसे में सवाल है- “क्या निषाद समाज फिर उसी गलती को दोहराएगा?”
क्या मुकेश सहनी ने कहा था?
जब एक इंटरव्यू के दौरान मुकेश साहनी से पूछा गया कि क्या मल्लाह वोट बैंक सहजता से महागठबंधन को ट्रांसफर हो सकेगा, तो साहनी ने उत्तर देते हुए कहा कि हम लोग मेहनत कर रहे हैं। जिस तरह से आपने जमीन की लड़ाई कही, वह सच्चाई है, और इसके कारण हमारे लोग कभी कांग्रेस में थे, फिर लालू जी पर भरोसा करके, और फिर नीतीश जी के साथ चुनाव लड़ने लगे। इसके बाद हमने अपने लोगों के दिल में जगह बनाई और आज पूरे बिहार में निषाद समाज हमें अपना भाई, अपना बेटा या नेता मान रहे हैं। जहां बहुत बड़ी लड़ाई है, वहां जख्म को भरने में समय लग सकता है।
अमित मालवीय ने इस बयान की क्लिप शेयर करते हुए सवाल उठाया कि क्या निषाद समाज फिर उसी गलती को दोहराएगा?
महागठबंधन ने विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के नेता मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया है। सहनी अक्सर अपने आप को “मल्लाह का बेटा” कहते हैं और निषाद समाज की आवाज उठाने का दावा करते हैं। उनके भाई संतोष साहनी गौड़ाबोराम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
VIP ने 18 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। मल्लाह समुदाय बिहार में केवल 2.6% की आबादी रखता है। बिहार में 2023 की जातीय जनगणना के अनुसार, निषाद समुदाय की आबादी करीब 9.6% है, जिसमें मल्लाह, बिंद, मांझी, केवट और तुरहा उप-जातियां शामिल हैं। ये जातियां आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ी हैं।

