अफगानिस्तान पाकिस्तान संघर्ष: अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्री ने कहा है कि अगर किसी भी हमले का सामना किया जाता है, तो हमने पहले ही दुनिया के शासकों से लड़ा है और अपनी भूमि की रक्षा करना हमारे लिए कोई कठिनाई नहीं है।

अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्री खलीफा सिराजुद्दीन हक्कानी ने सोमवार को एक बार फिर पाकिस्तान को चेतावनी दी है। उन्होंने यह भी कहा है कि अब अफगानिस्तान को और भी हथियारों की आवश्यकता है। खलीफा सिराजुद्दीन हक्कानी ने किसी देश का नाम लिए बिना कहा है कि कुछ देश अपने हितों की रक्षा के लिए दूसरे देशों के क्षेत्र में हस्तक्षेप करते हैं।
अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है।
पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए हक्कानी ने कहा कि यदि अफगानों के धैर्य और सहनशीलता की फिर से परीक्षा ली गई तो प्रतिक्रिया बहुत विनाशकारी होगी. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के पास लंबी दूरी की मिसाइल या भारी हथियार नहीं है फिर भी हमारा संकल्प काफी मजबूत है. हक्कानी ने कहा, “जमीनी डिफेंस हमारे लिए प्राथमिकता है, लेकिन इसके बावजूद आपसी समझ का रास्ता खुला है. अगर कोई हमला करता है तो हम दुनिया के बादशाहों से लड़ चुके हैं और अपनी जमीन की रक्षा करना हमारे लिए कोई मुश्किल काम नहीं है.”
‘पाकिस्तान की समस्याओं को अफगानिस्तान से न जोड़ें’
तोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, हक्कानी ने कहा, “कतर और तुर्किये में पाकिस्तान के साथ हाल की बैठकों में बताया गया कि उनकी (पाकिस्तान) आंतरिक समस्याओं को अफगानिस्तान से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. समस्या पाकिस्तान की है. आपके पास समाधान है तो फिर आप इसे हमसे क्यों जोड़ रहे हैं?”
हक्कानी की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच संबंध खराब हो गए हैं. हाल ही में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच झड़प हुई थी. इस दौरान पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने एयरस्ट्राइक कर अफगानिस्तान के काबुल, खोस्त, जलालाबाद और पक्तिका को निशाना बनाया.
पाकिस्तान ने टीटीपी के ठिकानों पर भी हमला करने का दावा किया था. पाकिस्तान को जवाब देते हुए तालिबान ने स्पन बोल्दाक चमन बॉर्डर पर भारी गोलीबारी की, जिसमें 23 पाक सैनिकों की मौत हुई और 29 घायल हो गए.

