
पापांकुशा एकादशी 2025 के बारे में
पापांकुशा एकादशी सनातन धर्म में अत्यंत पवित्र मानी जाती है और यह आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है, जिससे सभी प्रकार के पापों का नाश होता है और साधक को स्वास्थ्य एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह व्रत भक्तों को मृत्यु के बाद स्वर्ग की प्राप्ति का वरदान भी देता है। इस साल 2025 में पापांकुशा एकादशी की तिथि 3 अक्टूबर है, जो शाम 7:11 बजे से शुरू होकर अगले दिन शाम 6:33 बजे तक रहेगी। इस दिन व्रत रखने वाले विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं, जिसमें भगवान विष्णु का पंचामृत से अभिषेक, तुलसी के पत्ते से भोग अर्पित करना और विष्णु एवं लक्ष्मी के मंत्रों का जाप शामिल है। व्रत के दौरान निराहार या फलाहार रखा जाता है और व्रत का पारण द्वादशी तिथि के शुभ मुहूर्त में किया जाता है। पूजा के समय भगवान विष्णु को खीर, मिठाई, फल, पंचामृत, मक्खन और नारियल का भोग लगाया जाता है। इसके साथ ही विष्णु और लक्ष्मी की आरतियों का पाठ किया जाता है, जिससे घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है। पापांकुशा एकादशी का यह व्रत भक्तों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने वाला माना जाता है।