अपोलो टायर्स अब सबसे अधिक उपार्जित करने वाली कंपनी बन गई है: नए समझौते के अनुसार, अपोलो टायर्स ने हर मैच के लिए बीसीसीआई को 4.5 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव दिया है. यह ऑफर ड्रीम 11 के 4 करोड़ रुपये प्रति मैच के प्रस्ताव से अधिक है. यह समझौता तीन साल के लिए है, जिसका मतलब है कि यह 2027 तक मान्य रहेगा.

अपोलो टायर्स के शेयर में वृद्धि हुई है: भारतीय क्रिकेट टीम (बीसीसीआई) की जर्सी का स्पॉन्सर अब अपोलो टायर्स होगा। मंगलवार, 16 सितंबर को आधिकारिक घोषणा के बाद बुधवार, 17 सितंबर 2025 को कंपनी के शेयर में वृद्धि देखने को मिली। इंट्रा-डे कारोबार में अपोलो टायर्स के शेयर 2.50 प्रतिशत उछलकर 499 रुपये तक पहुंच गए और यह निफ्टी मिडकैप 150 के टॉप गेनर्स में शामिल हो गया।
सुबह करीब 9:29 बजे अपोलो टायर्स का शेयर 0.85 प्रतिशत बढ़कर 490.95 रुपये पर कारोबार कर रहा था। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स 0.20 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 82,623.34 के स्तर पर बना रहा।
क्या है बीसीसीआई से करार?
बीसीसीआई और अपोलो टायर्स ने 3 साल का समझौता किया है, जिसके तहत भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी पर कंपनी का लोगो दिखाई जाएगा। यह साझेदारी उस समय हो रही है जब बीसीसीआई ने ड्रीम 11 के साथ किए गए समझौते को रद्द कर दिया था। भारत सरकार ने हाल ही में कई बेटिंग ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया है, जिसके कारण ड्रीम 11 की स्पॉन्सरशिप डील को समाप्त करना पड़ा।
नए समझौते के अनुसार, अपोलो टायर्स ने हर मैच के लिए बीसीसीआई को 4.5 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव दिया है। यह ड्रीम 11 के 4 करोड़ रुपये प्रति मैच के प्रस्ताव से अधिक है। यह समझौता तीन साल के लिए है और 2027 तक मान्य रहेगा।
अपोलो टायर्स का खेलों से जुड़ाव
अपोलो टायर्स ने स्पोर्ट्स स्पॉन्सरशिप में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जो उनके लिए पहली बार नहीं है। कंपनी ने पहले से ही इंडियन सुपर लीग (ISL) से जुड़ी हुई है और अब उन्होंने यूरोपीय फुटबॉल क्लब्स जैसे मैनचेस्टर यूनाइटेड (प्रीमियर लीग) और बोरूसिया मोनचेनग्लाडबाख (बुंडेसलीगा) के साथ भी साझेदारी की है। यह समझौता भारतीय क्रिकेट टीम के साथ अपोलो टायर्स की ब्रांड विजिबिलिटी को और बढ़ा देगा।