कानपुर: कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विधायक का बयान — “खर्चों के लिए 10% कमीशन की व्यवस्था करता हूं”
कानपुर। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें BJP विधायक महेश त्रिवेदी अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कथित तौर पर यह कहते नजर आ रहे हैं कि, “मैं अपने कार्यकर्ताओं के खर्चे पूरे करने के लिए 10% कमीशन की व्यवस्था करता हूं।” वीडियो सामने आने के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है और पार्टी ने इस पर स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही, मामले की आंतरिक जांच भी शुरू कर दी गई है।

उत्तर प्रदेश के कानपुर में किदवई नगर से भाजपा विधायक महेश त्रिवेदी के एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें विकास कार्यों में 10 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लग रहा है। इस मामले ने न केवल क्षेत्र में हलचल मचा दी है, बल्कि विपक्ष को भी सरकार पर हमला बोलने का मौका दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। पार्टी के भीतर भी इस वीडियो पर कई तरह की चर्चाएं तेज हैं।
क्या था पूरा मामला ?
सोशल बी बताएं कि एक वायरल वीडियो में एक बैठक का अंश दिखाया गया है, जिसमें विधायक कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे हैं. वीडियो में विधायक ने घोषणा की है कि वे कार्यकर्ताओं को 10% कमीशन देते हैं ताकि उनके खर्चे पूरे हो सकें. इस बयान के बाद से ही क्षेत्र में चर्चाएँ छाई हुई हैं।
विपक्ष ने बनाया मुद्दा
विपक्षी दलों ने इस वीडियो को आधार बनाकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। विपक्ष का कहना है कि यह मामला भ्रष्टाचार को उजागर करता है और सरकार की पारदर्शिता की नीति पर सवाल उठाता है। सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा ट्रेंड कर रहा है, जिससे भाजपा की छवि पर असर पड़ सकता है.
विधायक से मांगा जाएगा जबाब
भाजपा प्रदेश महामंत्री अनूप गुप्ता ने उज्ज्वल किया है कि वायरल वीडियो का किसी भी रूप से उनके कार्यों से सीधा संबंध नहीं है। उन्होंने बताया कि पार्टी जनप्रतिनिधियों की कार्यों में पारदर्शिता को महत्व देती है। इस मामले की पूरी जानकारी जांची जाएगी और विधायक महेश त्रिवेदी से सटीकीकरण मांगा जाएगा। यदि कोई अनियमितता पाई जाती है, तो संगठन कठोर कार्रवाई करेगा। भाजपा प्रदेश महामंत्री अनूप गुप्ता ने बताया कि संगठन ने वीडियो को ध्यान में रखा है और इसकी गहन जांच की जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है। यदि विधायक दोषी पाए जाते हैं, तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
क्षेत्र में बढ़ती चर्चा
किदवई नगर में इस घटना के बाद से राजनीतिक माहौल उभरा हुआ है। स्थानीय लोग और कार्यकर्ता इस मामले पर भिन्न-भिन्न विचार रख रहे हैं। कुछ लोग इसे विपक्ष की साजिश मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे गंभीर अनियमितता का मामला समझ रहे हैं।